Solapur जिले में गाजर मंडी भाव - Carrot Bhav In Solapur District



नमस्कार दोस्तों, मंडी भाव इंडिया में आपका स्वागत है। इस पेज पर आपको आज महाराष्ट्र राज्य के Solapur जिले में गाजर के मंडी भाव की जानकारी मिलेगी। हमारे यहाँ पर आप महाराष्ट्र की सभी बड़ी व छोटी मंडी में सभी प्रकार के फल, सब्ज़ी, एवं अनाज के भाव की जानकारी ले सकते हैं।

Solapur में गाजर मंडी भाव का सारांश

कमोडिटी Carrot गाजर
औसत मंडी भाव ₹1,500 / क्विंटल
न्यूनतम मंडी भाव ₹1,000 / क्विंटल ( सोलापूर )
उच्चतम मंडी भाव ₹3,000 / क्विंटल ( अकलूज )
* यह सारांश Solapur की 4 मंडियो के पिछले एक सप्ताह के भाव से लिया गया है।

ताज़ा जानकारी के अनुसार, महाराष्ट्र राज्य के Solapur जिले की मंडियो में गाजर का औसतन भाव ₹1,500 /क्विंटल हैं। पिछले एक सप्ताह में सबसे कम भाव सोलापूर मंडी में ₹1,000 /क्विंटल रहा, जबकि सबसे अधिक भाव अकलूज मंडी में ₹3,000 /क्विंटल रहा। मंडी भाव इंडिया पर महाराष्ट्र राज्य के Solapur जिले की 4 मंडियो के गाजर के भाव दिए गये है।
ये डाटा आख़िरी बार 13 Jan 2025 को अपडेट किया गया है।

Carrot भाव

आज Solapur जिले में गाजर मंडी भाव - Carrot Bhav In Solapur District

कमोडिटी ज़िला मंडी गाजर भाव अप्डेट
गाजर Sholapur अकलूज (Akluj) 2000 से 3000 ₹/क्विंटल 13 Jan 2025
गाजर Sholapur सोलापूर (Solapur) 1000 से 3300 ₹/क्विंटल 11 Jan 2025
गाजर Sholapur पंढरपूर (Pandharpur) 700 से 1200 ₹/क्विंटल 31 Mar 2020
गाजर Sholapur बार्शी (Barshi) 300 से 600 ₹/क्विंटल 16 Mar 2020

Solapur जिले के अन्य मंडी भाव


Notes*

  • सभी मंडी भाव 100 किलोग्राम के हिसाब से हैं
  • भाव में परिवर्तन हो सकता है।
  • ये भाव केवल आज के मंडी बाजार की स्थिति को इंगित करती हैं

गाजर एक सब्जी है। यह काले, लाल और नारंगी रंग में मिलता है। इसे स्वास्थ्य के लिए बहुत अच्छा भोजन माना जाता है। इसकी बुवाई अगस्त से अक्टूबर के बीच होती है, लेकिन गाजर की कुछ किस्मे अक्टूबर से नवंबर महीने के बीच भी लगाई जाती है। इसकी खेती में लागत बहुत कम और कमाई बहुत अधिक होती है। 1 किलो गाजर उगाने में 6 से 8 रुपये के बीच लागत आती है। इसकी कुछ किस्मे 1 हेक्टेयर मे लगभग 150 क्विंटल तक पैदावार देती है। गाजर में अनेक प्रकार के गुण पाए जाते हैं। जिस कारण से इसका प्रयोग आचार, मुरब्बा, जूस, सलाद और हलवा बनाने में किया जाता है। यह भूख को बढ़ाने और गुर्दे के लिए अधिक लाभकारी होता है। इसमें विटामिन ए की मात्रा सबसे अधिक मौजूद होती है। ऐसा कोई पोषक तत्व नही है जो गाजर में नही पाया जाता है, इसलिए इसे सर्दियों का सुपरफूड कहा जाता है। इसकी बुवाई अगस्त से नवम्बर के बीच होती है।

गाजर के लिए बलुई दोमट मिट्टी सबसे अच्छी मानी जाती है। गाजर की खेती पूरे भारत में की जाती है।

भारत मे गाजर की खेती –  भारत मे गाजर की खेती मुख्य रूप से असम, कर्नाटक, आंध्रप्रदेश, यूपी, महराष्ट्र, बिहार में होती है।

गाजर की उन्नतशील किस्मे –  गाजर की कुछ प्रमुख उन्नतशील किस्मे मेघाली पूसा, केसरी, हिसार, रसीली, चैंटीनी, नैनटिस आदि है, जिसमे अधिक पैदावार होती है।

मंडी में सेब, केला,सरसों, गेहूँ, जौ आदि की बिक्री होती है। इस वेबसाइट के माध्यम से आप मंडी में भाव की ताज़ा अपडेट ले सकते हैं।