आज कोटा जिले में जौ का मंडी भाव - सभी मंडियां



नमस्कार दोस्तों, मंडी भाव इंडिया में आपका स्वागत है। इस पेज पर आपको आज राजस्थान राज्य के कोटा जिले में जौ के मंडी भाव की जानकारी मिलेगी। हमारे यहाँ पर आप राजस्थान की सभी बड़ी व छोटी मंडी में सभी प्रकार के फल, सब्ज़ी, एवं अनाज के भाव की जानकारी ले सकते हैं।

कोटा में जौ मंडी भाव का सारांश

कमोडिटी Barley (Jau) जौ
औसत भाव ₹2,050 क्विंटल
न्यूनतम भाव ₹2,050 क्विंटल ( कोटा )
अधिकतम भाव ₹2,050 क्विंटल ( कोटा )
* यह सारांश 5 मंडियो के पिछले एक सप्ताह के भाव से लिया गया है।

ताज़ा जानकारी के अनुसार, राजस्थान राज्य के कोटा जिले की मंडियो में जौ का औसतन भाव ₹2,050 /क्विंटल हैं। पिछले एक सप्ताह में सबसे कम भाव कोटा मंडी में ₹2,050 /क्विंटल रहा, जबकि सबसे अधिक भाव कोटा मंडी में ₹2,050 /क्विंटल रहा। मंडी भाव इंडिया पर राजस्थान राज्य के कोटा जिले की 5 मंडियो के जौ के भाव दिए गये है।
ये डाटा आख़िरी बार 4 Nov 2025 को अपडेट किया गया है।

Barley भाव

आज कोटा जिले में जौ का मंडी भाव - सभी मंडियां

कमोडिटी ज़िला मंडी जौ भाव अप्डेट
जौ कोटा कोटा (Kota) 2050 से 2050 ₹क्विंटल 4 Nov 2025
जौ कोटा कोटा (Kota) 2135 से 2135 ₹क्विंटल 2 Sep 2025
जौ कोटा इटावा (Itawa) 2100 से 2100 ₹क्विंटल 18 Jun 2025
जौ कोटा रामगंज मंडी (Ramganj) 1740 से 1740 ₹क्विंटल 3 Oct 2023
जौ कोटा कोटा (Kota) 570 से 600 ₹क्विंटल 20 May 2003

कोटा जिले के अन्य मंडी भाव


Notes*

  • सभी मंडी भाव 100 किलोग्राम के हिसाब से हैं
  • भाव में परिवर्तन हो सकता है।
  • ये भाव केवल आज के मंडी बाजार की स्थिति को इंगित करती हैं

जौ को संस्कृत में यव कहा जाता है। इसका प्रयोग प्राचीन काल से धार्मिक संस्कारों में होता आ रहा है। पिछले कुछ सालों में जौ कि बाजार में मांग बढ़ गई है। देश में आठ लाख हेक्टेयर क्षेत्रफल में हर साल लगभग 16 लाख टन जौ का उत्पादन होता है। इसकी खेती के लिए समशीतोष्ण जलवायु की आवश्यकता होती है। इसकी खेती के लिए दोमट मिट्टी सबसे सही मानी जाती है। जौ को अनाजों का राजा कहा जाता है। इसमें मैग्निशियम, कैलशियम, विटामिन, प्रोटीन, जिंक जैसे तत्व भरपूर मात्रा में पाए जाते हैं। जौ का उपयोग सत्तू, रोटी, बिस्कुट और  विभिन्न प्रकार की दवाइयों को बनाने में प्रयोग किया जाता है। इसका उपयोग विभिन्न प्रकार के मादक पदार्थ जैसे शराब बनाने में भी किया जाता है।दुधारू पशुओं को जौ को हरे चारे और सुखी भूसी के रूप में दिया जाता है। कई चीजों में उपयोग होने के कारण जौ की मांग हमेशा बनी रहती है। चीन में जौ का उत्पादन सबसे अधिक होता है। भारत जौ का उत्पादन करने के मामले में 63 वे स्थान पर है। यहाँ जौ का उत्पादन विश्व के कुल जौ उत्पादन का 3.5% होता है। उत्तर प्रदेश में जौ की खेती सबसे ज्यादा होती है।भारत में जौ उत्पादन का 42% भाग उत्तर प्रदेश में होता है। उत्तर प्रदेश में इलाहाबाद, जौनपुर, आजमगढ़ और गोरखपुर में इसकी खेती सबसे अच्छी होती है।

भारत मे जौ का उत्पादन – भारत में जौ उत्पादक राज्य उत्तर प्रदेश, पंजाब, हरियाणा, राजस्थान, मध्य प्रदेश, बिहार, गुजरात, हिमाचल प्रदेश, जम्मू-कश्मीर आदि है।

जौ की उन्नत किस्मे – ज्योति K 572/10, आज़ाद(K125),अम्बर(K71), रत्ना, विजया(K572/11), आर एस 6, रणजीत(DL70), कैलाश, हिमानी आदि कुछ जौ की उन्नत किस्मे है।।

कोटा जिले में जौ , आलू, गाजर, हरी मिर्च, फूलगोभी, बैंगन, भिंडी, टमाटर, करेला, हरी मटर, टिंडा, कच्चा आम, आंवला, प्याज, हरा धनिया, लोबिया, पपीता (कच्चा), ग्वार, गेहूं, मक्का, साबुत चना दाल, साबुत मसूर दाल, साबुत मूंग दाल, मसूर दाल, मूंगफली, ज्वार, बाजरा, तिल, साबुत उरद दाल(काली दाल) , सोयाबीन, गवार बीज, साबुत अरहर दाल , धान, जौ , अलसी के बीज, मेथी के बीज, लोबिया , रामतिल, तारामीरा, सेब, चीकू, अमरूद, नींबू, मोसम्बी, अनार, केला, संतरा, तरबूज, पपीता, अनानास, अंगूर, खरबूजा, आम, कटहल, महुआ, अदरक (सूखी), लहसुन, सरसों, सूरजमुखी, इसबगोल, अरंडी का बीज (अन्डोली), धनिये के बीज, मेहंदी , , लीची, , , , , , , , , आदि की बिक्री होती है। इस वेबसाइट के माध्यम से आप कोटा जिले में भाव की ताज़ा अपडेट ले सकते हैं।