Haridwar जिले में पपीता मंडी भाव - Papaya Bhav In Haridwar District
नमस्कार दोस्तों, मंडी भाव इंडिया में आपका स्वागत है। इस पेज पर आपको आज उत्तराखंड राज्य के Haridwar जिले में पपीता के मंडी भाव की जानकारी मिलेगी। हमारे यहाँ पर आप उत्तराखंड की सभी बड़ी व छोटी मंडी में सभी प्रकार के फल, सब्ज़ी, एवं अनाज के भाव की जानकारी ले सकते हैं।
ताज़ा जानकारी के अनुसार, उत्तराखंड राज्य के
Haridwar जिले की मंडियो में
पपीता का औसतन भाव
₹1,200 /क्विंटल हैं।
पिछले एक सप्ताह में सबसे कम भाव
मंगलौर
मंडी में ₹1,000 /क्विंटल
रहा, जबकि सबसे अधिक भाव
हरिद्वार
मंडी में ₹1,800 /क्विंटल
रहा। मंडी भाव इंडिया पर उत्तराखंड राज्य के
Haridwar जिले की 4
मंडियो के
पपीता के भाव दिए गये है।
ये डाटा आख़िरी बार
21 Nov 2024 को अपडेट किया
गया है।
आज Haridwar जिले में पपीता मंडी भाव - Papaya Bhav In Haridwar District
कमोडिटी | ज़िला | मंडी | पपीता भाव | अप्डेट |
---|---|---|---|---|
पपीता | Haridwar | हरिद्वार (Haridwar) | 1400 से 1800 ₹/क्विंटल | 21 Nov 2024 |
पपीता | Haridwar | मंगलौर (Manglaur) | 1000 से 1200 ₹/क्विंटल | 6 Oct 2024 |
पपीता | Haridwar | रुड़की (Roorkee) | 1500 से 2500 ₹/क्विंटल | 16 May 2024 |
पपीता | Haridwar | हरिद्वार (Haridwar) | 1000 से 1355 ₹/क्विंटल | 20 Mar 2020 |
Notes*
- सभी मंडी भाव 100 किलोग्राम के हिसाब से हैं
- भाव में परिवर्तन हो सकता है।
- ये भाव केवल आज के मंडी बाजार की स्थिति को इंगित करती हैं
पपीता एक फल है जो हर मौसम मे उपलब्ध होता है। पपीता गोलाकर या नाशपति के आकार का होता है। यह फल बड़ा 50-60CM व्यास का व अंदर से खोखला होता है। आमतोर पर यह ½ से 2 किलो का होता है इसके अंदर खोखले भाग मे काले बीज होते है। पपीता पहले हरा और पकते समय नारंगी व चमकिले पाइल रंग का हो जाता है।
पपीता मे विटामिन ए, बी ,डी और कैल्शियम, आयरन व प्रोटिन अधिक मात्रा मे मिलते है। पपीता स्कीन के लिए फायदेमंद है। यह हाई- पगमेंटस को काम करने मे मदद करता है मुहासो को भी कम करने मे मदद करता है। पपीता स्कीन को हाइड्रेट रखता है।
पपीता उत्पादन करने वाले राज्य
भारत मे पपीता उत्पादन करने वाले प्रमुख राज्य उतर प्रदेश, बिहार, महाराष्ट्र, आंध्र प्रदेश, असम, कर्नाटक और पश्चिम बंगाल है। यहा सालाना 2628.9 हजार मैट्रिक टन उत्पादन दर्ज की गया है। उतरी राज्यो मे यह फसल डेढ़ साल व दक्षिण राज्य मे एक साल मे फल देना शुरू हो जाता है।
मंडी में सेब, केला,सरसों, गेहूँ, जौ आदि की बिक्री होती है। इस वेबसाइट के माध्यम से आप मंडी में भाव की ताज़ा अपडेट ले सकते हैं।