आज का तिल का भाव [ 2 सितंबर 2025 ] - Til Mandi Bhav Today
नमस्कार दोस्तों, मंडी भाव इंडिया में आपका स्वागत है। इस पेज पर आपको आज तिल के ताज़ा मंडी भाव की जानकारी मिलेगी। पिछले दिनो में तिल में तेज़ी रही या मंडी सारी रिपोर्ट यहाँ पर देखे। नीचे सभी राज्यों (हरियाणा, राजस्थान, उत्तर प्रदेश, मध्य प्रदेश, गुजरात, पंजाब आदि) के तिल के भाव दिए गये है।
ताज़ा जानकारी के अनुसार, मंडी में
तिल का औसतन भाव
₹8,031 /क्विंटल हैं।
पिछले एक सप्ताह में सबसे कम भाव
जावरा
मंडी में ₹4,000 /क्विंटल
रहा, जबकि सबसे अधिक भाव
भावनगर
मंडी में ₹19,805 /क्विंटल
रहा। मंडी भाव इंडिया पर 720 मंडियो के
तिल के भाव दिए गये है।
ये डाटा आख़िरी बार
2 Sep 2025 को अपडेट किया
गया है।

आज का तिल का भाव [ 2 सितंबर 2025 ] - Til Mandi Bhav Today
कमोडिटी | ज़िला | मंडी | तिल भाव | अप्डेट |
---|---|---|---|---|
तिल | Jamnagar | ध्रोल (Dhrol) | 7175 से 8850 ₹/क्विंटल | 2 Sep 2025 |
तिल | Warangal | (Warangal) | 8259 से 8259 ₹/क्विंटल | 2 Sep 2025 |
तिल | Jalgaon | चोपडा (Chopda) | 8952 से 8952 ₹/क्विंटल | 2 Sep 2025 |
तिल | Chhatarpur | छतरपुर (Chhatarpur) | 8400 से 8450 ₹/क्विंटल | 2 Sep 2025 |
तिल | Rajkot | जसदान (Jasdan) | 7500 से 9755 ₹/क्विंटल | 2 Sep 2025 |
तिल | Jamnagar | जामनगर (Jamnagar) | 7500 से 10250 ₹/क्विंटल | 2 Sep 2025 |
तिल | Junagarh | विसावदर (Visavadar) | 7920 से 9830 ₹/क्विंटल | 2 Sep 2025 |
तिल | Rajkot | जेतपुर (Jetpur) | 7005 से 10355 ₹/क्विंटल | 2 Sep 2025 |
तिल | Amreli | बगसरा (Bagasara) | 6950 से 7600 ₹/क्विंटल | 2 Sep 2025 |
तिल | Mandsaur | शामगढ़ (Shamgarh) | 5400 से 8975 ₹/क्विंटल | 2 Sep 2025 |
तिल | Junagarh | (Junagadh) | 6500 से 10120 ₹/क्विंटल | 2 Sep 2025 |
तिल | Amreli | राजुला (Rajula) | 9155 से 9845 ₹/क्विंटल | 2 Sep 2025 |
तिल | Devbhumi Dwarka | (Bhanvad) | 6500 से 7000 ₹/क्विंटल | 2 Sep 2025 |
तिल | Yavatmal | यवतमाल (Yavatmal) | 8590 से 9225 ₹/क्विंटल | 2 Sep 2025 |
तिल | Amreli | राजुला (Rajula) | 7900 से 9480 ₹/क्विंटल | 2 Sep 2025 |
सभी राज्यों में तिल का मंडी भाव
Notes*
- सभी मंडी भाव 100 किलोग्राम के हिसाब से हैं
- भाव में परिवर्तन हो सकता है।
- ये भाव केवल आज के मंडी बाजार की स्थिति को इंगित करती हैं
तिल एक पुष्पीय पौधा है। तिल के बीज से खाद्य तेल निकाला जाता है। तिल को विश्व का सबसे पहला तिलहन माना जाता है। इसकी खेती 5000 साल पहले शुरू हुई थी। भारत मे तिल दो प्रकार का होता है -सफेद और काला। हिन्दू धर्म मे तिल का बहुत महत्व है। पूजा में तिल के तेल का प्रयोग किया जाता है और पितरों के तर्पण में तिल का प्रयोग होता है। तिल की खेती साल में तीन बार की जा सकती है।तिल से कई प्रकार की मिठाई, गजक, लड्डू आदि बनाए जाते हैं। तिल में मिलने वाले तत्व विटामिन बी, कैल्शियम, लिनोलिक अम्ल और फास्फोरस पाया जाता है, जो स्वास्थ्य के लिए बहुत आवश्यक है। तिल कोलेस्ट्रोल घटाने में भी सहायक है। तिल के तेल को तेलों की रानी कहा जाता है। तिल के लिए शीतोष्ण जलवायु अच्छी रहती है। ज्यादा बरसात या सूखा पड़ने पर इसकी फसल सही नहीं होती है। इसके लिए हल्की दोमट मिट्टी अच्छी मानी जाती है। इसके अलावा इसे बलुई दोमट और काली मिट्टी में भी उगाया जा सकता है।
भारत में तिल की खेती - भारत के विभिन्न राज्यों में तिल की खेती की जाती है जैसे महाराष्ट्र,राजस्थान,पश्चिम बंगाल,आंध्र प्रदेश,गुजरात, तमिलनाडु, उत्तर प्रदेश,मध्य प्रदेश और तेलंगाना। तिल का सबसे अधिक उत्पादन उत्तर प्रदेश और बुंदेलखंड में किया जाता है।
तिल की उन्नत किस्मे – टी के जी 308, जवाहर तिल 306, जे टी यस 8, टी के जी 55, आर टी 46, आर टी 125 आदि तिल की कुछ उन्नत किस्मे है।
मंडी में सेब, केला,सरसों, गेहूँ, जौ आदि की बिक्री होती है। इस वेबसाइट के माध्यम से आप मंडी में भाव की ताज़ा अपडेट ले सकते हैं।