आज तिल का मंडी भाव [ 27 दिसंबर 2025 ] - ताज़ा अपडेट
नमस्कार दोस्तों, मंडी भाव इंडिया में आपका स्वागत है। इस पेज पर आपको आज तिल के ताज़ा मंडी भाव की जानकारी मिलेगी। पिछले दिनो में तिल में तेज़ी रही या मंडी सारी रिपोर्ट यहाँ पर देखे। नीचे सभी राज्यों (हरियाणा, राजस्थान, उत्तर प्रदेश, मध्य प्रदेश, गुजरात, पंजाब आदि) के तिल के भाव दिए गये है।
ताज़ा जानकारी के अनुसार, मंडी में तिल का औसतन भाव ₹9,105 /क्विंटल हैं। पिछले एक सप्ताह में सबसे कम भाव मंदसौर मंडी में ₹2,980 /क्विंटल रहा, जबकि सबसे अधिक भाव Upleta मंडी में ₹22,000 /क्विंटल रहा। मंडी भाव इंडिया पर 2000 मंडियो के तिल के भाव दिए गये है।
ये डाटा आख़िरी बार 27 Dec 2025 को अपडेट किया गया है।
आज तिल का मंडी भाव [ 27 दिसंबर 2025 ] - ताज़ा अपडेट
| कमोडिटी | ज़िला | मंडी | तिल भाव | अप्डेट |
|---|---|---|---|---|
| तिल | Kachchh | रापर (Rapar) | 9055 से 9260 ₹/क्विंटल | 27 Dec 2025 |
| तिल | Amreli | राजुला (Rajula) | 8000 से 8905 ₹/क्विंटल | 27 Dec 2025 |
| तिल | Amreli | राजुला (Rajula) | 11500 से 22500 ₹/क्विंटल | 27 Dec 2025 |
| तिल | Gandhinagar | मानसा (Mansa) | 6225 से 9375 ₹/क्विंटल | 27 Dec 2025 |
| तिल | Jamnagar | जाम जोधपुर (Jam Jodhpur) | 7000 से 9500 ₹/क्विंटल | 27 Dec 2025 |
| तिल | Surendranagar | (Dhrangadhra) | 6250 से 9555 ₹/क्विंटल | 27 Dec 2025 |
| तिल | Banaskanth | धानेरा (Dhanera) | 8625 से 9955 ₹/क्विंटल | 27 Dec 2025 |
| तिल | Morbi | (Halvad) | 8000 से 9580 ₹/क्विंटल | 27 Dec 2025 |
| तिल | Patan | सिद्धपुर (Siddhpur) | 8750 से 9250 ₹/क्विंटल | 27 Dec 2025 |
| तिल | Mehsana | उंझा (Unjha) | 9350 से 9750 ₹/क्विंटल | 27 Dec 2025 |
| तिल | Dausa | लालसोट (Lalsot) | 9100 से 9400 ₹/क्विंटल | 27 Dec 2025 |
| तिल | Rajkot | जेतपुर (Jetpur) | 7980 से 11155 ₹/क्विंटल | 27 Dec 2025 |
| तिल | Rajkot | धोराजी (Dhoraji) | 7855 से 9630 ₹/क्विंटल | 27 Dec 2025 |
| तिल | Porbandar | पोरबंदर (Porbandar) | 6000 से 6375 ₹/क्विंटल | 27 Dec 2025 |
| तिल | Gir Somnath | (Veraval) | 8275 से 10125 ₹/क्विंटल | 27 Dec 2025 |
सभी राज्यों में तिल का मंडी भाव
Notes*
- सभी मंडी भाव 100 किलोग्राम के हिसाब से हैं
- भाव में परिवर्तन हो सकता है।
- ये भाव केवल आज के मंडी बाजार की स्थिति को इंगित करती हैं
तिल एक पुष्पीय पौधा है। तिल के बीज से खाद्य तेल निकाला जाता है। तिल को विश्व का सबसे पहला तिलहन माना जाता है। इसकी खेती 5000 साल पहले शुरू हुई थी। भारत मे तिल दो प्रकार का होता है -सफेद और काला। हिन्दू धर्म मे तिल का बहुत महत्व है। पूजा में तिल के तेल का प्रयोग किया जाता है और पितरों के तर्पण में तिल का प्रयोग होता है। तिल की खेती साल में तीन बार की जा सकती है।तिल से कई प्रकार की मिठाई, गजक, लड्डू आदि बनाए जाते हैं। तिल में मिलने वाले तत्व विटामिन बी, कैल्शियम, लिनोलिक अम्ल और फास्फोरस पाया जाता है, जो स्वास्थ्य के लिए बहुत आवश्यक है। तिल कोलेस्ट्रोल घटाने में भी सहायक है। तिल के तेल को तेलों की रानी कहा जाता है। तिल के लिए शीतोष्ण जलवायु अच्छी रहती है। ज्यादा बरसात या सूखा पड़ने पर इसकी फसल सही नहीं होती है। इसके लिए हल्की दोमट मिट्टी अच्छी मानी जाती है। इसके अलावा इसे बलुई दोमट और काली मिट्टी में भी उगाया जा सकता है।
भारत में तिल की खेती - भारत के विभिन्न राज्यों में तिल की खेती की जाती है जैसे महाराष्ट्र,राजस्थान,पश्चिम बंगाल,आंध्र प्रदेश,गुजरात, तमिलनाडु, उत्तर प्रदेश,मध्य प्रदेश और तेलंगाना। तिल का सबसे अधिक उत्पादन उत्तर प्रदेश और बुंदेलखंड में किया जाता है।
तिल की उन्नत किस्मे – टी के जी 308, जवाहर तिल 306, जे टी यस 8, टी के जी 55, आर टी 46, आर टी 125 आदि तिल की कुछ उन्नत किस्मे है।
मंडी में सेब, केला,सरसों, गेहूँ, जौ आदि की बिक्री होती है। इस वेबसाइट के माध्यम से आप मंडी में भाव की ताज़ा अपडेट ले सकते हैं।