आज का तिल का भाव [ 9 जुलाई 2025 ] - Til Mandi Bhav Today
नमस्कार दोस्तों, मंडी भाव इंडिया में आपका स्वागत है। इस पेज पर आपको आज तिल के ताज़ा मंडी भाव की जानकारी मिलेगी। पिछले दिनो में तिल में तेज़ी रही या मंडी सारी रिपोर्ट यहाँ पर देखे। नीचे सभी राज्यों (हरियाणा, राजस्थान, उत्तर प्रदेश, मध्य प्रदेश, गुजरात, पंजाब आदि) के तिल के भाव दिए गये है।
ताज़ा जानकारी के अनुसार, मंडी में
तिल का औसतन भाव
₹7,527 /क्विंटल हैं।
पिछले एक सप्ताह में सबसे कम भाव
इन्दौर
मंडी में ₹2,700 /क्विंटल
रहा, जबकि सबसे अधिक भाव
भावनगर
मंडी में ₹17,875 /क्विंटल
रहा। मंडी भाव इंडिया पर 707 मंडियो के
तिल के भाव दिए गये है।
ये डाटा आख़िरी बार
9 Jul 2025 को अपडेट किया
गया है।

आज का तिल का भाव [ 9 जुलाई 2025 ] - Til Mandi Bhav Today
कमोडिटी | ज़िला | मंडी | तिल भाव | अप्डेट |
---|---|---|---|---|
तिल | Dausa | लालसोट (Lalsot) | 8000 से 8000 ₹/क्विंटल | 9 Jul 2025 |
तिल | Rajkot | धोराजी (Dhoraji) | 6505 से 9005 ₹/क्विंटल | 9 Jul 2025 |
तिल | Morbi | वांकानेर (Vankaner) | 6500 से 9750 ₹/क्विंटल | 8 Jul 2025 |
तिल | Rajkot | जसदान (Jasdan) | 13500 से 19500 ₹/क्विंटल | 8 Jul 2025 |
तिल | Junagarh | विसावदर (Visavadar) | 6750 से 10830 ₹/क्विंटल | 8 Jul 2025 |
तिल | Akola | अकोला (Akola) | 7300 से 7700 ₹/क्विंटल | 8 Jul 2025 |
तिल | Junagarh | (Junagadh) | 5000 से 10250 ₹/क्विंटल | 8 Jul 2025 |
तिल | Bhavnagar | महुवा (Mahuva (Station Road)) | 9000 से 18500 ₹/क्विंटल | 8 Jul 2025 |
तिल | Jamnagar | कालावाड (Kalavad) | 6500 से 9000 ₹/क्विंटल | 8 Jul 2025 |
तिल | Dewas | देवास (Dewas) | 5000 से 5600 ₹/क्विंटल | 8 Jul 2025 |
तिल | Amreli | राजुला (Rajula) | 7490 से 9400 ₹/क्विंटल | 8 Jul 2025 |
तिल | Surat | व्यारा (Vyara) | 8400 से 18100 ₹/क्विंटल | 8 Jul 2025 |
तिल | Baran | बाराँ (Baran) | 6500 से 6500 ₹/क्विंटल | 8 Jul 2025 |
तिल | Vashim | कारंजा (Karanja) | 7500 से 8400 ₹/क्विंटल | 8 Jul 2025 |
तिल | Purba Bardhaman | (Guskara) | 5900 से 6100 ₹/क्विंटल | 8 Jul 2025 |
सभी राज्यों में तिल का मंडी भाव
Notes*
- सभी मंडी भाव 100 किलोग्राम के हिसाब से हैं
- भाव में परिवर्तन हो सकता है।
- ये भाव केवल आज के मंडी बाजार की स्थिति को इंगित करती हैं
तिल एक पुष्पीय पौधा है। तिल के बीज से खाद्य तेल निकाला जाता है। तिल को विश्व का सबसे पहला तिलहन माना जाता है। इसकी खेती 5000 साल पहले शुरू हुई थी। भारत मे तिल दो प्रकार का होता है -सफेद और काला। हिन्दू धर्म मे तिल का बहुत महत्व है। पूजा में तिल के तेल का प्रयोग किया जाता है और पितरों के तर्पण में तिल का प्रयोग होता है। तिल की खेती साल में तीन बार की जा सकती है।तिल से कई प्रकार की मिठाई, गजक, लड्डू आदि बनाए जाते हैं। तिल में मिलने वाले तत्व विटामिन बी, कैल्शियम, लिनोलिक अम्ल और फास्फोरस पाया जाता है, जो स्वास्थ्य के लिए बहुत आवश्यक है। तिल कोलेस्ट्रोल घटाने में भी सहायक है। तिल के तेल को तेलों की रानी कहा जाता है। तिल के लिए शीतोष्ण जलवायु अच्छी रहती है। ज्यादा बरसात या सूखा पड़ने पर इसकी फसल सही नहीं होती है। इसके लिए हल्की दोमट मिट्टी अच्छी मानी जाती है। इसके अलावा इसे बलुई दोमट और काली मिट्टी में भी उगाया जा सकता है।
भारत में तिल की खेती - भारत के विभिन्न राज्यों में तिल की खेती की जाती है जैसे महाराष्ट्र,राजस्थान,पश्चिम बंगाल,आंध्र प्रदेश,गुजरात, तमिलनाडु, उत्तर प्रदेश,मध्य प्रदेश और तेलंगाना। तिल का सबसे अधिक उत्पादन उत्तर प्रदेश और बुंदेलखंड में किया जाता है।
तिल की उन्नत किस्मे – टी के जी 308, जवाहर तिल 306, जे टी यस 8, टी के जी 55, आर टी 46, आर टी 125 आदि तिल की कुछ उन्नत किस्मे है।
मंडी में सेब, केला,सरसों, गेहूँ, जौ आदि की बिक्री होती है। इस वेबसाइट के माध्यम से आप मंडी में भाव की ताज़ा अपडेट ले सकते हैं।