नरमा-कपास की आवक कमजोर, भाव तेज

देश के बड़े हिस्से में पिछले 3-4 दिन से हो रही बरसात से कपास की फसल को नुकसान हो रहा है, इसलिए आवतकों पर भी भारी दबाव है। नया सीजन शुरू होने के बाद से ही नरमा-कपास की आवकें काफी कमजोर चल रही है। उत्तर भारत के हरियाणा और पंजाब में इस बार ‘फसल काफी कमजोर बताई जा रही है। इन राज्यों में गुलाबी सुंडी, सफेद मच्छर और अति वृष्टि के साथ- साथ कथित रूप से अवैध बीज भी फसल को नुकसान पहुंचाने में अग्रणी रहे हैं।

पंजाब-हरियाणा के एक बड़े रकबे में नरमे की फसल का कद औसतन 2 फुट से अधिक नहीं बढ़ पाया और उसपर फूल- डोडी आए ही नहीं। इसलिए यहां उत्पादन काफी कम रहने की संभावना है। संभवतः यही कारण है कि हरियाणा, पंजाब और राजस्थान की मंडियों में नरमा- कपास के भाव धीरे-धीरे फिर तेज हो रहे हैं। नीचे में 8500 का स्तर देखने वाले भाव फिर 9 हजार से उपर आने लगे हैं। सोमवार को देशभर में लगभग 35 हजार गांठों की आवक हुई और गुजरात में कपास का भाव 900 रुपए प्रति 20 किलो बोला जाने लगा है।

यहां रूई में भी लगभग हजार रुपए प्रति कैंडी की तेजी आई है और रेडी भाव 7500 बताया गया है। मध्य प्रदेश में मात्र 6 हजार गांठों की आवक के साथ भाव 9 हजार रुपए बोला जा रहा है। 29 एमएम 75 आरडी रूई 72500 पर पहुंच गई है। महाराष्ट्र में केवल 200 गांठों की आवक हुई और भाव 9 हजार रुपए प्रति क्विंटल पर बना हुआ है। यहां 30 एमएम रूई का 73 हजार रुपए भाव है। कर्नाटक में कपास का भाव अधिकतम 9300 रुपए और 30 एमएम रूई 75 हजार रुपए का स्तर देख रही है। उड़ीसा में कपास की आवक नहीं है, लेकिन 30 एमएम रूई 7 हजार रुपए बोली जा रही है। जानकारों का मानना है कि जब तक आवकें नहीं बढ़ेंगी, तब तक भाव में गिरावट आने की कोई आशंका नहीं है।