तेल की मांग बनी रहने से सरसों में बड़ी गिरावट नही

विदेश में खाद्य तेलों के दाम घटने के बावजूद भी घरेलू बाजार मे सरसों की क़ीमतों में सोमवार को सुधार आया। जयपुर मे कंडिसन की सरसों के भाव लगातार दूसरे कार्यदिवस में 25 रुपये तेज हो कर दाम 7,000 रुपये प्रति क्विटल हो गए, हालांकि शाम के सत्र में बढ़े भाव में कमजोरी देखी गई। इस दौरान सरसों की दैनिक आवक बढ़कर 3.50 लाख बोरियों की हुई।
व्यापारियों के अनुसार घरेलू बाजार में सुबह के सत्र में सरसों की कीमतों में सुधार आया था, लेकिन बढ़े भाव मे शाम को ग्राहकी कमजोर हो गई। विदेशी बाजार में खाद्य तेलों की क़ीमतों में मंदा आया है, जिससे कारण आयातित खाद्य तेल सस्ते हुए हैं। उधर चीन में कोविड 19 के मामलों में लगातार बढ़ोतरी हो रही है, जिस कारण लॉक डाउन का खतरा बढ़ रहा है। ऐसे में विदेशी में खाद्य तेलों की क़ीमतों में अभी बड़ी तेजी की उ"मीद नहीं है, जिससे घरेलू बाजार में भी मौजूदा भाव में ज्यादा सुधार आने के आसार नहीं है। इंटरटेक टेस्टिंग सर्विसेज के अनुसार, मलेशियाई पाम तेल का निर्यात 1 से 20 नवंबर तक 9.6 फ़ीसदी बढ़ा है, जबकि स्वतंत्र निरीक्षण कम्पनी एएमएसपीईसी एग्री मलेशिया ने 2.9 फ़ीसदी की बढ़ोतरी है। बर्सा मलेशिया डेरिवेटिव्स एक्सचेंज एमएमडी पर, फरवरी महीने के वायदा अनुबंध में पाम तेल के भाव 0.03 रिंगिट बढ़क र 3,851 रिगिंट प्रति टन पर बंद हुए।
जयपुर में सरसों तेल कच्ची घानी एवं एक्सपेलर की क़ीमतों में सोमवार की 7-7 रु पये तेज होकर भाव क्रमश: 1435 रुपये और 1425 रुपये प्रति 10 किलो के स्तर पर पहुंच गई। इस दौरान सरसों खल की क़ीमतों में 10 रुपये कमजोर होकर 2640 रु पये प्रति क्विटल के स्तर पर आ गई। देशभर की मंडियों में सरसों की दैनिक आवक सोमवार की बढ़क र 3.50 लाख बोरियों की हुई, जबकि शनिवार की इसकी आवक तीन लाख बोरियों की ही हुई थी। कुल आवक में से प्रमुख उत्पादक राज्य राजस्थान की मंडियों में 1.25 लाख बोरी, मध्य प्रदेश की मंडियों में 35 हजार बोरी, उत्तर प्रदेश की मंडियों में 60 हजार बोरी, पंजाब एवं हरियाणा की मंडियों में 35 हजार बोरी तथा गुजरात में 15 हजार बोरी, तथा अन्य राज्यों की मंडियों में 80 हजार बोरियों की आवक हुई।