बम्पर कमाई के लिए करें पपीते की खेती!! सरकार कर रही किसानों की खेती में मदद!

भारत के कई हिस्सों में पपीते की खेती होती है। इसका प्रयोग कई बीमारियों में किये जाने की वजह से इसकी मांग बहुत अधिक रहती है। जब हम फलों की खेती की बात करते हैं तो उसमें पपीता भी होता है जिस की खेती किसानों को अच्छी खासी कमाई देती है। पपीते की खेती हरियाणा, जम्मूकश्मीर, पंजाब, उत्तरप्रदेश, आंध्रप्रदेश, तमिलनाडु, मिजोरम, बिहार आदि राज्यो में बड़े पैमाने पर होती है। पपीते के खेतों से हर सीजन में हर पेड़ से 40 किलोग्राम उत्पादित किया जा सकता है।1 हेक्टेयर खेत मे पपीते के 2250 पेड़ लगाए जा सकते है।जिससे हर एक सीजन में 900 क्विंटल तक पपीता उगाया जा सकता है। इसके खेत में पपीते के साथ- साथ हरी सब्जिोंयो की भी खेती कर सकते हैं।ऐसे में पपीते की खेती से किसानों का दूना फायदा होता है।

papaya farming

सरकार कर रही किसानों की खेती में मदद!

बिहार सरकार किसानों को पपीते के खेती के लिए प्रेरित कर रही है।इसके लिए बिहार सरकार किसानों को 75 प्रतिशत तक कि सब्सिडी दे रही है।

सरकार प्रति हेक्टेयर खेत मे पपीता उगाने के लिए 60000 रुपये की लागत पर 75% सब्सिडी दे रही है।

कैसे ले इस योजना का लाभ? - इस योजना का लाभ लेने के लिए आपको ऑफिसियल वेबसाइट - Horticulture.bihar.gov.in  पर जा कर आवेदन करना होगा।इसके अलावा आप पपीते की खेती की विधि,बीज एयर सब्सिडी से संबंधित सारी जानकारी जिले की उद्यान विभाग कार्यालय सहायक निदेशक उद्यान में संपर्क कर सकते है।आप यहाँ से खेती के लिए पौधे भी प्राप्त कर सकते है।

कौन से कागज होंगे जरूरी? - इस अनुदान पाने के लिए किसानों को कुछ डॉक्युमेंट तैयार रखना होगा जो आवेदन के समय जरूरी है।पहचान पत्र, आधार कार्ड, पासपोर्ट साइज फ़ोटो, बैंक पासबुक, ज़मीन की कैरेट रसीद या एलपीसी आदि कागज इस योजना में आवेदन में लगेंगे।