आज Gwalior जिले में जौ का मंडी भाव - सभी मंडियां
नमस्कार दोस्तों, मंडी भाव इंडिया में आपका स्वागत है। इस पेज पर आपको आज मध्य प्रदेश राज्य के Gwalior जिले में जौ के मंडी भाव की जानकारी मिलेगी। हमारे यहाँ पर आप मध्य प्रदेश की सभी बड़ी व छोटी मंडी में सभी प्रकार के फल, सब्ज़ी, एवं अनाज के भाव की जानकारी ले सकते हैं।
आज Gwalior जिले में जौ का मंडी भाव - सभी मंडियां
| कमोडिटी | ज़िला | मंडी | जौ भाव | अप्डेट |
|---|---|---|---|---|
| जौ | Gwalior | लश्कर (Lashkar) | 2340 से 2340 ₹क्विंटल | 21 Aug 2025 |
| जौ | Gwalior | डबरा (Dabra) | 1700 से 1700 ₹क्विंटल | 3 May 2025 |
| जौ | Gwalior | लश्कर (Lashkar) | 1815 से 0 ₹क्विंटल | 5 Jul 2023 |
| जौ | Gwalior | डबरा (Dabra) | 1700 से 1700 ₹क्विंटल | 9 May 2023 |
| जौ | Gwalior | लश्कर (Lashkar) | 1375 से 0 ₹क्विंटल | 12 Sep 2020 |
| जौ | Gwalior | भीतरवर (Bhitarwar) | 1530 से 1530 ₹क्विंटल | 13 Jun 2019 |
| जौ | Gwalior | लश्कर (Lashkar) | 932 से 932 ₹क्विंटल | 25 Dec 2010 |
| जौ | Gwalior | डबरा (Dabra) | 850 से 855 ₹क्विंटल | 8 May 2009 |
Notes*
- सभी मंडी भाव 100 किलोग्राम के हिसाब से हैं
- भाव में परिवर्तन हो सकता है।
- ये भाव केवल आज के मंडी बाजार की स्थिति को इंगित करती हैं
जौ को संस्कृत में यव कहा जाता है। इसका प्रयोग प्राचीन काल से धार्मिक संस्कारों में होता आ रहा है। पिछले कुछ सालों में जौ कि बाजार में मांग बढ़ गई है। देश में आठ लाख हेक्टेयर क्षेत्रफल में हर साल लगभग 16 लाख टन जौ का उत्पादन होता है। इसकी खेती के लिए समशीतोष्ण जलवायु की आवश्यकता होती है। इसकी खेती के लिए दोमट मिट्टी सबसे सही मानी जाती है। जौ को अनाजों का राजा कहा जाता है। इसमें मैग्निशियम, कैलशियम, विटामिन, प्रोटीन, जिंक जैसे तत्व भरपूर मात्रा में पाए जाते हैं। जौ का उपयोग सत्तू, रोटी, बिस्कुट और विभिन्न प्रकार की दवाइयों को बनाने में प्रयोग किया जाता है। इसका उपयोग विभिन्न प्रकार के मादक पदार्थ जैसे शराब बनाने में भी किया जाता है।दुधारू पशुओं को जौ को हरे चारे और सुखी भूसी के रूप में दिया जाता है। कई चीजों में उपयोग होने के कारण जौ की मांग हमेशा बनी रहती है। चीन में जौ का उत्पादन सबसे अधिक होता है। भारत जौ का उत्पादन करने के मामले में 63 वे स्थान पर है। यहाँ जौ का उत्पादन विश्व के कुल जौ उत्पादन का 3.5% होता है। उत्तर प्रदेश में जौ की खेती सबसे ज्यादा होती है।भारत में जौ उत्पादन का 42% भाग उत्तर प्रदेश में होता है। उत्तर प्रदेश में इलाहाबाद, जौनपुर, आजमगढ़ और गोरखपुर में इसकी खेती सबसे अच्छी होती है।
भारत मे जौ का उत्पादन – भारत में जौ उत्पादक राज्य उत्तर प्रदेश, पंजाब, हरियाणा, राजस्थान, मध्य प्रदेश, बिहार, गुजरात, हिमाचल प्रदेश, जम्मू-कश्मीर आदि है।
जौ की उन्नत किस्मे – ज्योति K 572/10, आज़ाद(K125),अम्बर(K71), रत्ना, विजया(K572/11), आर एस 6, रणजीत(DL70), कैलाश, हिमानी आदि कुछ जौ की उन्नत किस्मे है।।
Gwalior जिले में जौ , आलू, गाजर, हरी मिर्च, पत्ता गोभी, फूलगोभी, बैंगन, लौकी, भिंडी, मूली, तुरई, टमाटर, गँवार फली, खीरा, करेला, शकरकंद, अरबी, पालक, हरी मटर, टिंडा, शिमला मिर्च, ग्रीन अवारे, चौलाई, कच्चा आम, आंवला, काकड़ी, , प्याज, शिमला मिर्च, हरी प्याज, हरा धनिया, हरी मेथी, हरी बिन्स फली, सहजन फली, सेम, कंटोला, परवल, कद्दू, ग्वार, गेहूं, मक्का, साबुत चना दाल, साबुत मसूर दाल, साबुत मूंग दाल, मसूर दाल, सूखी मटर, गिली मटर, मूंगफली, ज्वार, बाजरा, काबुली चना, तिल, साबुत उरद दाल(काली दाल) , सोयाबीन, गवार बीज, कुल्थी दाल, साबुत अरहर दाल , धान, मूंग दाल (बिना धूलि), जौ , अलसी के बीज, मेथी के बीज, मोठ दाल, रामतिल, तारामीरा, सोआ बीज, सेब, चीकू, अमरूद, नींबू, मोसम्बी, अनार, केला, संतरा, तरबूज, पपीता, अनानास, नाशपाती, बेर, अंगूर, खरबूजा, आम, कटहल, सीताफल , किन्नू, महुआ, कुसुम, अदरक (सूखी), लहसुन, गुड़, सरसों, हल्दी, सूरजमुखी, लाल मिर्च , चीनी, राजगीर, इमली का फल, अजवाइन, सौंफ , सवी, गीली अदरक, अरंडी का बीज (अन्डोली), जीरा, धनिये के बीज, , , , , , , , , , , , , , आदि की बिक्री होती है। इस वेबसाइट के माध्यम से आप Gwalior जिले में भाव की ताज़ा अपडेट ले सकते हैं।