जयपुर ग्रामीण जिले में जौ मंडी भाव - Jau Bhav In Jaipur Rural District



नमस्कार दोस्तों, मंडी भाव इंडिया में आपका स्वागत है। इस पेज पर आपको आज राजस्थान राज्य के जयपुर ग्रामीण जिले में जौ के मंडी भाव की जानकारी मिलेगी। हमारे यहाँ पर आप राजस्थान की सभी बड़ी व छोटी मंडी में सभी प्रकार के फल, सब्ज़ी, एवं अनाज के भाव की जानकारी ले सकते हैं।

जयपुर ग्रामीण में जौ मंडी भाव का सारांश

कमोडिटी Barley (Jau) जौ
औसत मंडी भाव ₹2,000 / क्विंटल
न्यूनतम मंडी भाव ₹2,000 / क्विंटल ( Bassi )
उच्चतम मंडी भाव ₹2,372 / क्विंटल ( Bassi )
* यह सारांश जयपुर ग्रामीण की 5 मंडियो के पिछले एक सप्ताह के भाव से लिया गया है।

ताज़ा जानकारी के अनुसार, राजस्थान राज्य के जयपुर ग्रामीण जिले की मंडियो में जौ का औसतन भाव ₹2,000 /क्विंटल हैं। पिछले एक सप्ताह में सबसे कम भाव Bassi मंडी में ₹2,000 /क्विंटल रहा, जबकि सबसे अधिक भाव Bassi मंडी में ₹2,372 /क्विंटल रहा। मंडी भाव इंडिया पर राजस्थान राज्य के जयपुर ग्रामीण जिले की 5 मंडियो के जौ के भाव दिए गये है।
ये डाटा आख़िरी बार 22 Nov 2024 को अपडेट किया गया है।

jau भाव

आज जयपुर ग्रामीण जिले में जौ मंडी भाव - Jau Bhav In Jaipur Rural District

कमोडिटी ज़िला मंडी जौ भाव अप्डेट
जौ Jaipur Rural (Bassi) 2000 से 2372 ₹/क्विंटल 22 Nov 2024
जौ Jaipur Rural (Chaksu) 2125 से 2200 ₹/क्विंटल 20 Sep 2024
जौ Jaipur Rural (Chomu (Grain)) 2030 से 2030 ₹/क्विंटल 3 Sep 2024
जौ Jaipur Rural (Bagru) 2200 से 2250 ₹/क्विंटल 2 Sep 2024
जौ Jaipur Rural (Sambhar (Kishangarh renwal)) 2100 से 2150 ₹/क्विंटल 1 Aug 2024

Notes*

  • सभी मंडी भाव 100 किलोग्राम के हिसाब से हैं
  • भाव में परिवर्तन हो सकता है।
  • ये भाव केवल आज के मंडी बाजार की स्थिति को इंगित करती हैं

जौ को संस्कृत में यव कहा जाता है। इसका प्रयोग प्राचीन काल से धार्मिक संस्कारों में होता आ रहा है। पिछले कुछ सालों में जौ कि बाजार में मांग बढ़ गई है। देश में आठ लाख हेक्टेयर क्षेत्रफल में हर साल लगभग 16 लाख टन जौ का उत्पादन होता है। इसकी खेती के लिए समशीतोष्ण जलवायु की आवश्यकता होती है। इसकी खेती के लिए दोमट मिट्टी सबसे सही मानी जाती है। जौ को अनाजों का राजा कहा जाता है। इसमें मैग्निशियम, कैलशियम, विटामिन, प्रोटीन, जिंक जैसे तत्व भरपूर मात्रा में पाए जाते हैं। जौ का उपयोग सत्तू, रोटी, बिस्कुट और  विभिन्न प्रकार की दवाइयों को बनाने में प्रयोग किया जाता है। इसका उपयोग विभिन्न प्रकार के मादक पदार्थ जैसे शराब बनाने में भी किया जाता है।दुधारू पशुओं को जौ को हरे चारे और सुखी भूसी के रूप में दिया जाता है। कई चीजों में उपयोग होने के कारण जौ की मांग हमेशा बनी रहती है। चीन में जौ का उत्पादन सबसे अधिक होता है। भारत जौ का उत्पादन करने के मामले में 63 वे स्थान पर है। यहाँ जौ का उत्पादन विश्व के कुल जौ उत्पादन का 3.5% होता है। उत्तर प्रदेश में जौ की खेती सबसे ज्यादा होती है।भारत में जौ उत्पादन का 42% भाग उत्तर प्रदेश में होता है। उत्तर प्रदेश में इलाहाबाद, जौनपुर, आजमगढ़ और गोरखपुर में इसकी खेती सबसे अच्छी होती है।

भारत मे जौ का उत्पादन – भारत में जौ उत्पादक राज्य उत्तर प्रदेश, पंजाब, हरियाणा, राजस्थान, मध्य प्रदेश, बिहार, गुजरात, हिमाचल प्रदेश, जम्मू-कश्मीर आदि है।

जौ की उन्नत किस्मे – ज्योति K 572/10, आज़ाद(K125),अम्बर(K71), रत्ना, विजया(K572/11), आर एस 6, रणजीत(DL70), कैलाश, हिमानी आदि कुछ जौ की उन्नत किस्मे है।।

मंडी में सेब, केला,सरसों, गेहूँ, जौ आदि की बिक्री होती है। इस वेबसाइट के माध्यम से आप मंडी में भाव की ताज़ा अपडेट ले सकते हैं।