आज दिल्ली में सरसों मंडी भाव - Mustard Bhav In Delhi



नमस्कार दोस्तों, मंडी भाव इंडिया में आपका स्वागत है। इस पेज पर आपको आज दिल्ली राज्य में सरसों के मंडी भाव की जानकारी मिलेगी। हमारे यहाँ पर आप दिल्ली की सभी बड़ी व छोटी मंडी में सभी प्रकार के फल, सब्ज़ी, एवं अनाज के भाव की जानकारी ले सकते हैं।

दिल्ली में सरसों मंडी भाव का सारांश

कमोडिटी Mustard सरसों
औसत मंडी भाव ₹5,500 / क्विंटल
न्यूनतम मंडी भाव ₹5,500 / क्विंटल ( Najafgarh )
उच्चतम मंडी भाव ₹5,500 / क्विंटल ( Najafgarh )
* यह सारांश दिल्ली की 5 मंडियो के पिछले एक सप्ताह के भाव से लिया गया है।

ताज़ा जानकारी के अनुसार, दिल्ली की मंडियो में सरसों का औसतन भाव ₹5,500 /क्विंटल हैं। पिछले एक सप्ताह में सबसे कम भाव Najafgarh मंडी में ₹5,500 /क्विंटल रहा, जबकि सबसे अधिक भाव Najafgarh मंडी में ₹5,500 /क्विंटल रहा। मंडी भाव इंडिया पर दिल्ली की 5 मंडियो के सरसों के भाव दिए गये है।
ये डाटा आख़िरी बार 11 Nov 2024 को अपडेट किया गया है।

दिल्ली के ज़िला अनुसार सरसों का मंडी भाव


Mustard भाव

आज दिल्ली में सरसों मंडी भाव - Mustard Bhav In Delhi

कमोडिटी ज़िला मंडी सरसों भाव अप्डेट
सरसों Delhi (Najafgarh) 5500 से 5500 ₹/क्विंटल 11 Nov 2024
सरसों Delhi (Narela) 5350 से 5350 ₹/क्विंटल 19 Jul 2024
सरसों Delhi (Narela) 5385 से 5385 ₹/क्विंटल 13 Jun 2024
सरसों Delhi (Narela) 887 से 1141 ₹/क्विंटल 28 Mar 2002
सरसों Delhi (Najafgarh) 1000 से 1165 ₹/क्विंटल 4 Feb 2002

Notes*

  • All Rates are Shown as quintal(100 Kg)
  • Rates subject to change
  • These rates are may or may not correct, consider these rates only to know position of market
  • सभी मंडी भाव 100 किलोग्राम के हिसाब से हैं
  • भाव में परिवर्तन हो सकता है।
  • ये भाव केवल आज के मंडी बाजार की स्थिति को इंगित करती हैं

सरसों एक तिलहन फसल है। सरसों के लिए दोमट मिट्टी सबसे उपयुक्त मानी जाती है। सामान्यत: सरसों दिसंबर में बोई जाती है और मार्च -अप्रैल के महीने में इसकी कटाई होती है। सरसों के तेल का उपयोग भोजन पकाने के साथ-साथ कीटाणु नाशक के रूप में भी किया जाता है। जर्मनी में सरसों के तेल का उपयोग जैव ईंधन के रूप में किया जाता है। सरसों के बीज से तेल निकाला जाता है जिसका प्रयोग शरीर में लगाने और भोज्य पदार्थ को बनाने में किया जाता है। इसके हरे मुलायम पत्तों का साग गांव में बहुत पसंद किया जाता है। इसके तेल से साबुन,ग्लिसरॉल और अचार बनाया जाता है। इसका तेल हमारी रक्षा सभी चर्म रोगों से करता है। भारत में सरसों मूंगफली के बाद दूसरी सबसे महत्वपूर्ण तिलहनी फसल है। सरसो किसानों की सबसे प्रिय फसल है क्योंकि यह कम सिचाई और कम से कम लागत में अधिक मुनाफा देती है। नेपाल सरसों का सबसे बड़ा उत्पादक देश है। यह विश्व का 26 फ़ीसदी सरसों निर्यात करता है।दूसरे स्थान पर कनाडा आता है ,और कनाडा सरसों का सबसे बड़ा निर्यातक देश है। कनाडा सरसों के बाजार का 57 परसेंट हिस्सा रखता है।

भारत मे सरसो की खेती – भारत में सरसों की खेती पंजाब, राजस्थान, उत्तर प्रदेश, बिहार, हरियाणा, पश्चिम बंगाल, गुजरात में अधिक होती है।

सरसो की उन्नत किस्मे – पूसा सरसो आर एच 30, पूसा सरसो 27, पूसा बोल्ड, पूसा डबल जीरो सरसो 3,आर एच 1424, आर एच 1706 सरसो की कुछ उन्नत किस्मे है।

मंडी में सेब, केला,सरसों, गेहूँ, जौ आदि की बिक्री होती है। इस वेबसाइट के माध्यम से आप मंडी में भाव की ताज़ा अपडेट ले सकते हैं।