आज पलवल जिले में सरसों का मंडी भाव - सभी मंडियां
नमस्कार दोस्तों, मंडी भाव इंडिया में आपका स्वागत है। इस पेज पर आपको आज हरियाणा राज्य के पलवल जिले में सरसों के मंडी भाव की जानकारी मिलेगी। हमारे यहाँ पर आप हरियाणा की सभी बड़ी व छोटी मंडी में सभी प्रकार के फल, सब्ज़ी, एवं अनाज के भाव की जानकारी ले सकते हैं।
आज पलवल जिले में सरसों का मंडी भाव - सभी मंडियां
| कमोडिटी | ज़िला | मंडी | सरसों भाव | अप्डेट |
|---|---|---|---|---|
| सरसों | पलवल | पलवल (Palwal) | 5950 से 6000 ₹क्विंटल | 17 Apr 2025 |
| सरसों | पलवल | हसनपुर (Hasanpur) | 5200 से 5500 ₹क्विंटल | 28 Mar 2025 |
| सरसों | पलवल | होडल (Hodal) | 4500 से 5000 ₹क्विंटल | 17 May 2023 |
| सरसों | पलवल | हसनपुर (Hasanpur) | 3340 से 3340 ₹क्विंटल | 4 Apr 2019 |
| सरसों | पलवल | पलवल (Palwal) | 2500 से 2500 ₹क्विंटल | 11 Jul 2011 |
| सरसों | पलवल | हसनपुर (Hasanpur) | 1935 से 1935 ₹क्विंटल | 28 Mar 2009 |
| सरसों | पलवल | होडल (Hodal) | 1487 से 1545 ₹क्विंटल | 15 Sep 2006 |
Notes*
- सभी मंडी भाव 100 किलोग्राम के हिसाब से हैं
- भाव में परिवर्तन हो सकता है।
- ये भाव केवल आज के मंडी बाजार की स्थिति को इंगित करती हैं
सरसों एक तिलहन फसल है। सरसों के लिए दोमट मिट्टी सबसे उपयुक्त मानी जाती है। सामान्यत: सरसों दिसंबर में बोई जाती है और मार्च -अप्रैल के महीने में इसकी कटाई होती है। सरसों के तेल का उपयोग भोजन पकाने के साथ-साथ कीटाणु नाशक के रूप में भी किया जाता है। जर्मनी में सरसों के तेल का उपयोग जैव ईंधन के रूप में किया जाता है। सरसों के बीज से तेल निकाला जाता है जिसका प्रयोग शरीर में लगाने और भोज्य पदार्थ को बनाने में किया जाता है। इसके हरे मुलायम पत्तों का साग गांव में बहुत पसंद किया जाता है। इसके तेल से साबुन,ग्लिसरॉल और अचार बनाया जाता है। इसका तेल हमारी रक्षा सभी चर्म रोगों से करता है। भारत में सरसों मूंगफली के बाद दूसरी सबसे महत्वपूर्ण तिलहनी फसल है। सरसो किसानों की सबसे प्रिय फसल है क्योंकि यह कम सिचाई और कम से कम लागत में अधिक मुनाफा देती है। नेपाल सरसों का सबसे बड़ा उत्पादक देश है। यह विश्व का 26 फ़ीसदी सरसों निर्यात करता है।दूसरे स्थान पर कनाडा आता है ,और कनाडा सरसों का सबसे बड़ा निर्यातक देश है। कनाडा सरसों के बाजार का 57 परसेंट हिस्सा रखता है।
भारत मे सरसो की खेती – भारत में सरसों की खेती पंजाब, राजस्थान, उत्तर प्रदेश, बिहार, हरियाणा, पश्चिम बंगाल, गुजरात में अधिक होती है।
सरसो की उन्नत किस्मे – पूसा सरसो आर एच 30, पूसा सरसो 27, पूसा बोल्ड, पूसा डबल जीरो सरसो 3,आर एच 1424, आर एच 1706 सरसो की कुछ उन्नत किस्मे है।
पलवल जिले में सरसों, आलू, गाजर, हरी मिर्च, पत्ता गोभी, फूलगोभी, बैंगन, लौकी, भिंडी, मूली, तुरई, टमाटर, गँवार फली, खीरा, करेला, शकरकंद, अरबी, पालक, पत्तेदार सब्जी, हरी मटर, टिंडा, मटर दाना, शिमला मिर्च, कच्चा आम, आंवला, डस्टर बीन्स, मीठा कद्दू, काकड़ी, शलजम, , प्याज, शिमला मिर्च, हरी प्याज, हरा धनिया, लोबिया, हरी मेथी, घेवड़ा (तुरई), हरा केला, सेम, पपीता (कच्चा), कद्दू, चिचिड़ा, ग्वार, गेहूं, मक्का, साबुत मूंग दाल, गिली मटर, ज्वार, बाजरा, साबुत अरहर दाल , धान, जौ , सेब, चीकू, अमरूद, नींबू, मोसम्बी, अनार, केला, संतरा, तरबूज, आड़ू, पपीता, अनानास, नाशपाती, बेर, अंगूर, खरबूजा, आम, कटहल, आलू बुखारा, किन्नू, मछली, अदरक (सूखी), लहसुन, गुड़, सरसों, अंडे, लकड़ी, चूना, पुदीना, गलगल (माल्टा), सरसों का तेल, गीली अदरक, कपास, , लीची, , , , , आदि की बिक्री होती है। इस वेबसाइट के माध्यम से आप पलवल जिले में भाव की ताज़ा अपडेट ले सकते हैं।