Solapur जिले में पपीता मंडी भाव - Papaya Bhav In Solapur District



नमस्कार दोस्तों, मंडी भाव इंडिया में आपका स्वागत है। इस पेज पर आपको आज महाराष्ट्र राज्य के Solapur जिले में पपीता के मंडी भाव की जानकारी मिलेगी। हमारे यहाँ पर आप महाराष्ट्र की सभी बड़ी व छोटी मंडी में सभी प्रकार के फल, सब्ज़ी, एवं अनाज के भाव की जानकारी ले सकते हैं।

Solapur में पपीता मंडी भाव का सारांश

कमोडिटी Papaya पपीता
औसत मंडी भाव ₹400 / क्विंटल
न्यूनतम मंडी भाव ₹400 / क्विंटल ( सोलापूर )
उच्चतम मंडी भाव ₹700 / क्विंटल ( सोलापूर )
* यह सारांश Solapur की 2 मंडियो के पिछले एक सप्ताह के भाव से लिया गया है।

ताज़ा जानकारी के अनुसार, महाराष्ट्र राज्य के Solapur जिले की मंडियो में पपीता का औसतन भाव ₹400 /क्विंटल हैं। पिछले एक सप्ताह में सबसे कम भाव सोलापूर मंडी में ₹400 /क्विंटल रहा, जबकि सबसे अधिक भाव सोलापूर मंडी में ₹700 /क्विंटल रहा। मंडी भाव इंडिया पर महाराष्ट्र राज्य के Solapur जिले की 2 मंडियो के पपीता के भाव दिए गये है।
ये डाटा आख़िरी बार 15 Nov 2024 को अपडेट किया गया है।

papaya भाव

आज Solapur जिले में पपीता मंडी भाव - Papaya Bhav In Solapur District

कमोडिटी ज़िला मंडी पपीता भाव अप्डेट
पपीता Sholapur सोलापूर (Solapur) 400 से 700 ₹/क्विंटल 15 Nov 2024
पपीता Sholapur सोलापूर (Solapur) 500 से 1200 ₹/क्विंटल 27 Nov 2023

Notes*

  • सभी मंडी भाव 100 किलोग्राम के हिसाब से हैं
  • भाव में परिवर्तन हो सकता है।
  • ये भाव केवल आज के मंडी बाजार की स्थिति को इंगित करती हैं

पपीता एक फल है जो हर मौसम मे उपलब्ध होता है। पपीता गोलाकर या नाशपति के आकार का होता है। यह फल बड़ा 50-60CM व्यास का व अंदर से खोखला होता है। आमतोर पर यह ½ से 2 किलो का होता है इसके अंदर खोखले भाग मे काले बीज होते है। पपीता पहले हरा और पकते समय नारंगी व चमकिले पाइल रंग का हो जाता है। 

पपीता मे विटामिन ए, बी ,डी और कैल्शियम, आयरन व प्रोटिन अधिक मात्रा मे मिलते है। पपीता स्कीन के लिए फायदेमंद है। यह हाई- पगमेंटस को काम करने मे मदद करता है मुहासो को भी कम करने मे मदद करता है। पपीता स्कीन को हाइड्रेट रखता है।

पपीता उत्पादन करने वाले राज्य

भारत मे पपीता उत्पादन करने वाले प्रमुख राज्य उतर प्रदेश, बिहार, महाराष्ट्र, आंध्र प्रदेश, असम, कर्नाटक और पश्चिम बंगाल है। यहा सालाना 2628.9 हजार मैट्रिक टन उत्पादन दर्ज की गया है। उतरी राज्यो मे यह फसल डेढ़ साल व दक्षिण राज्य मे एक साल मे फल देना शुरू हो जाता है। 

मंडी में सेब, केला,सरसों, गेहूँ, जौ आदि की बिक्री होती है। इस वेबसाइट के माध्यम से आप मंडी में भाव की ताज़ा अपडेट ले सकते हैं।