Banaskantha जिले में तिल मंडी भाव - Til Bhav In Banaskantha District
नमस्कार दोस्तों, मंडी भाव इंडिया में आपका स्वागत है। इस पेज पर आपको आज गुजरात राज्य के Banaskantha जिले में तिल के मंडी भाव की जानकारी मिलेगी। हमारे यहाँ पर आप गुजरात की सभी बड़ी व छोटी मंडी में सभी प्रकार के फल, सब्ज़ी, एवं अनाज के भाव की जानकारी ले सकते हैं।
ताज़ा जानकारी के अनुसार, गुजरात राज्य के
Banaskantha जिले की मंडियो में
तिल का औसतन भाव
₹10,048 /क्विंटल हैं।
पिछले एक सप्ताह में सबसे कम भाव
शिहोरी
मंडी में ₹9,835 /क्विंटल
रहा, जबकि सबसे अधिक भाव
धानेरा
मंडी में ₹11,500 /क्विंटल
रहा। मंडी भाव इंडिया पर गुजरात राज्य के
Banaskantha जिले की 14
मंडियो के
तिल के भाव दिए गये है।
ये डाटा आख़िरी बार
16 Oct 2024 को अपडेट किया
गया है।
आज Banaskantha जिले में तिल मंडी भाव - Til Bhav In Banaskantha District
कमोडिटी | ज़िला | मंडी | तिल भाव | अप्डेट |
---|---|---|---|---|
तिल | Banaskanth | धानेरा (Dhanera) | 10250 से 11500 ₹/क्विंटल | 16 Oct 2024 |
तिल | Banaskanth | भीलड़ी (Bhildi) | 10105 से 11250 ₹/क्विंटल | 16 Oct 2024 |
तिल | Banaskanth | शिहोरी (Shihori) | 9835 से 10050 ₹/क्विंटल | 16 Oct 2024 |
तिल | Banaskanth | थरा (Thara) | 10000 से 10050 ₹/क्विंटल | 15 Oct 2024 |
तिल | Banaskanth | वाव (Vav) | 10705 से 10705 ₹/क्विंटल | 29 Jun 2024 |
तिल | Banaskanth | डीसा (Deesa) | 8750 से 8750 ₹/क्विंटल | 29 Apr 2024 |
तिल | Banaskanth | पालनपुर (Palanpur) | 16000 से 16000 ₹/क्विंटल | 12 Jan 2024 |
तिल | Banaskanth | अमीरगढ़ (Amirgadh) | 11505 से 12505 ₹/क्विंटल | 3 Jan 2024 |
तिल | Banaskanth | भाभर (Bhabhar) | 6500 से 14250 ₹/क्विंटल | 3 Jan 2024 |
तिल | Banaskanth | थराड (Tharad) | 13000 से 13750 ₹/क्विंटल | 25 Dec 2023 |
तिल | Banaskanth | (Vadgam) | 13000 से 13605 ₹/क्विंटल | 23 Nov 2023 |
तिल | Banaskanth | लखानी (Lakhani) | 7000 से 8305 ₹/क्विंटल | 17 Mar 2020 |
तिल | Banaskanth | भाभर (Bhabhar) | 7755 से 8000 ₹/क्विंटल | 4 Feb 2020 |
तिल | Banaskanth | पंथवाड़ा (Panthawada) | 8850 से 9000 ₹/क्विंटल | 23 Jan 2020 |
Notes*
- सभी मंडी भाव 100 किलोग्राम के हिसाब से हैं
- भाव में परिवर्तन हो सकता है।
- ये भाव केवल आज के मंडी बाजार की स्थिति को इंगित करती हैं
तिल एक पुष्पीय पौधा है। तिल के बीज से खाद्य तेल निकाला जाता है। तिल को विश्व का सबसे पहला तिलहन माना जाता है। इसकी खेती 5000 साल पहले शुरू हुई थी। भारत मे तिल दो प्रकार का होता है -सफेद और काला। हिन्दू धर्म मे तिल का बहुत महत्व है। पूजा में तिल के तेल का प्रयोग किया जाता है और पितरों के तर्पण में तिल का प्रयोग होता है। तिल की खेती साल में तीन बार की जा सकती है।तिल से कई प्रकार की मिठाई, गजक, लड्डू आदि बनाए जाते हैं। तिल में मिलने वाले तत्व विटामिन बी, कैल्शियम, लिनोलिक अम्ल और फास्फोरस पाया जाता है, जो स्वास्थ्य के लिए बहुत आवश्यक है। तिल कोलेस्ट्रोल घटाने में भी सहायक है। तिल के तेल को तेलों की रानी कहा जाता है। तिल के लिए शीतोष्ण जलवायु अच्छी रहती है। ज्यादा बरसात या सूखा पड़ने पर इसकी फसल सही नहीं होती है। इसके लिए हल्की दोमट मिट्टी अच्छी मानी जाती है। इसके अलावा इसे बलुई दोमट और काली मिट्टी में भी उगाया जा सकता है।
भारत में तिल की खेती - भारत के विभिन्न राज्यों में तिल की खेती की जाती है जैसे महाराष्ट्र,राजस्थान,पश्चिम बंगाल,आंध्र प्रदेश,गुजरात, तमिलनाडु, उत्तर प्रदेश,मध्य प्रदेश और तेलंगाना। तिल का सबसे अधिक उत्पादन उत्तर प्रदेश और बुंदेलखंड में किया जाता है।
तिल की उन्नत किस्मे – टी के जी 308, जवाहर तिल 306, जे टी यस 8, टी के जी 55, आर टी 46, आर टी 125 आदि तिल की कुछ उन्नत किस्मे है।
मंडी में सेब, केला,सरसों, गेहूँ, जौ आदि की बिक्री होती है। इस वेबसाइट के माध्यम से आप मंडी में भाव की ताज़ा अपडेट ले सकते हैं।