आज मोरबी जिले में तिल का मंडी भाव - सभी मंडियां
नमस्कार दोस्तों, मंडी भाव इंडिया में आपका स्वागत है। इस पेज पर आपको आज गुजरात राज्य के मोरबी जिले में तिल के मंडी भाव की जानकारी मिलेगी। हमारे यहाँ पर आप गुजरात की सभी बड़ी व छोटी मंडी में सभी प्रकार के फल, सब्ज़ी, एवं अनाज के भाव की जानकारी ले सकते हैं।
ताज़ा जानकारी के अनुसार, गुजरात राज्य के मोरबी जिले की मंडियो में तिल का औसतन भाव ₹7,604 /क्विंटल हैं। पिछले एक सप्ताह में सबसे कम भाव Halvad मंडी में ₹6,500 /क्विंटल रहा, जबकि सबसे अधिक भाव वांकानेर मंडी में ₹10,560 /क्विंटल रहा। मंडी भाव इंडिया पर गुजरात राज्य के मोरबी जिले की 11 मंडियो के तिल के भाव दिए गये है।
ये डाटा आख़िरी बार 24 Dec 2025 को अपडेट किया गया है।
आज मोरबी जिले में तिल का मंडी भाव - सभी मंडियां
| कमोडिटी | ज़िला | मंडी | तिल भाव | अप्डेट |
|---|---|---|---|---|
| तिल | मोरबी | (Halvad) | 8125 से 10505 ₹क्विंटल | 24 Dec 2025 |
| तिल | मोरबी | (Morbi) | 7250 से 10270 ₹क्विंटल | 24 Dec 2025 |
| तिल | मोरबी | वांकानेर (Vankaner) | 8500 से 10560 ₹क्विंटल | 24 Dec 2025 |
| तिल | मोरबी | (APMC HALVAD) | 7000 से 10480 ₹क्विंटल | 23 Dec 2025 |
| तिल | मोरबी | वांकानेर (Vankaner) | 8250 से 10700 ₹क्विंटल | 5 Nov 2025 |
| तिल | मोरबी | (Halvad) | 6500 से 10890 ₹क्विंटल | 5 Nov 2025 |
| तिल | मोरबी | (Halvad) | 13500 से 15575 ₹क्विंटल | 24 Sep 2025 |
| तिल | मोरबी | (Halvad) | 7125 से 10060 ₹क्विंटल | 15 Feb 2025 |
| तिल | मोरबी | वांकानेर (Vankaner) | 7000 से 10000 ₹क्विंटल | 12 Feb 2025 |
| तिल | मोरबी | (Morbi) | 8000 से 8950 ₹क्विंटल | 8 Jan 2018 |
| तिल | मोरबी | (Halvad) | 4625 से 6000 ₹क्विंटल | 5 Jan 2011 |
Notes*
- सभी मंडी भाव 100 किलोग्राम के हिसाब से हैं
- भाव में परिवर्तन हो सकता है।
- ये भाव केवल आज के मंडी बाजार की स्थिति को इंगित करती हैं
तिल एक पुष्पीय पौधा है। तिल के बीज से खाद्य तेल निकाला जाता है। तिल को विश्व का सबसे पहला तिलहन माना जाता है। इसकी खेती 5000 साल पहले शुरू हुई थी। भारत मे तिल दो प्रकार का होता है -सफेद और काला। हिन्दू धर्म मे तिल का बहुत महत्व है। पूजा में तिल के तेल का प्रयोग किया जाता है और पितरों के तर्पण में तिल का प्रयोग होता है। तिल की खेती साल में तीन बार की जा सकती है।तिल से कई प्रकार की मिठाई, गजक, लड्डू आदि बनाए जाते हैं। तिल में मिलने वाले तत्व विटामिन बी, कैल्शियम, लिनोलिक अम्ल और फास्फोरस पाया जाता है, जो स्वास्थ्य के लिए बहुत आवश्यक है। तिल कोलेस्ट्रोल घटाने में भी सहायक है। तिल के तेल को तेलों की रानी कहा जाता है। तिल के लिए शीतोष्ण जलवायु अच्छी रहती है। ज्यादा बरसात या सूखा पड़ने पर इसकी फसल सही नहीं होती है। इसके लिए हल्की दोमट मिट्टी अच्छी मानी जाती है। इसके अलावा इसे बलुई दोमट और काली मिट्टी में भी उगाया जा सकता है।
भारत में तिल की खेती - भारत के विभिन्न राज्यों में तिल की खेती की जाती है जैसे महाराष्ट्र,राजस्थान,पश्चिम बंगाल,आंध्र प्रदेश,गुजरात, तमिलनाडु, उत्तर प्रदेश,मध्य प्रदेश और तेलंगाना। तिल का सबसे अधिक उत्पादन उत्तर प्रदेश और बुंदेलखंड में किया जाता है।
तिल की उन्नत किस्मे – टी के जी 308, जवाहर तिल 306, जे टी यस 8, टी के जी 55, आर टी 46, आर टी 125 आदि तिल की कुछ उन्नत किस्मे है।
मोरबी जिले में तिल, गाजर, हरी मिर्च, पत्ता गोभी, फूलगोभी, बैंगन, लौकी, भिंडी, चुकंदर, मूली, टमाटर, खीरा, करेला, , प्याज, शिमला मिर्च, हरी प्याज, हरा धनिया, हरी मेथी, हरी बिन्स फली, ग्वार, गेहूं, मक्का, साबुत चना दाल, साबुत मूंग दाल, अरहर दाल (तूर दाल), मूंगफली, ज्वार, बाजरा, काबुली चना, तिल, साबुत उरद दाल(काली दाल) , सोयाबीन, गवार बीज, कुल्थी दाल, साबुत अरहर दाल , मूंगफली दाने, जौ , मेथी के बीज, मोठ दाल, सोआ बीज, साबू दाना, मोठ दाल, नींबू, कच्ची हल्दी, सरसों, रागी, सूरजमुखी, इसबगोल, राजगीर, अजवाइन, सौंफ , सवी, कपास, अरंडी का बीज (अन्डोली), जीरा, धनिये के बीज, , , , , , आदि की बिक्री होती है। इस वेबसाइट के माध्यम से आप मोरबी जिले में भाव की ताज़ा अपडेट ले सकते हैं।