Rajkot जिले में तिल मंडी भाव - Til Bhav In Rajkot District
नमस्कार दोस्तों, मंडी भाव इंडिया में आपका स्वागत है। इस पेज पर आपको आज गुजरात राज्य के Rajkot जिले में तिल के मंडी भाव की जानकारी मिलेगी। हमारे यहाँ पर आप गुजरात की सभी बड़ी व छोटी मंडी में सभी प्रकार के फल, सब्ज़ी, एवं अनाज के भाव की जानकारी ले सकते हैं।
ताज़ा जानकारी के अनुसार, गुजरात राज्य के
Rajkot जिले की मंडियो में
तिल का औसतन भाव
₹10,359 /क्विंटल हैं।
पिछले एक सप्ताह में सबसे कम भाव
धोराजी
मंडी में ₹7,505 /क्विंटल
रहा, जबकि सबसे अधिक भाव
गोंडल
मंडी में ₹16,755 /क्विंटल
रहा। मंडी भाव इंडिया पर गुजरात राज्य के
Rajkot जिले की 13
मंडियो के
तिल के भाव दिए गये है।
ये डाटा आख़िरी बार
20 Nov 2024 को अपडेट किया
गया है।
आज Rajkot जिले में तिल मंडी भाव - Til Bhav In Rajkot District
कमोडिटी | ज़िला | मंडी | तिल भाव | अप्डेट |
---|---|---|---|---|
तिल | Rajkot | गोंडल (Gondal) | 10005 से 13555 ₹/क्विंटल | 20 Nov 2024 |
तिल | Rajkot | जसदान (Jasdan) | 7750 से 12000 ₹/क्विंटल | 20 Nov 2024 |
तिल | Rajkot | जेतपुर (Jetpur) | 7750 से 13255 ₹/क्विंटल | 20 Nov 2024 |
तिल | Rajkot | राजकोट (Rajkot) | 14720 से 21320 ₹/क्विंटल | 20 Nov 2024 |
तिल | Rajkot | धोराजी (Dhoraji) | 7505 से 11830 ₹/क्विंटल | 20 Nov 2024 |
तिल | Rajkot | जसदान (Jasdan) | 10250 से 14000 ₹/क्विंटल | 19 Nov 2024 |
तिल | Rajkot | राजकोट (Rajkot) | 10500 से 13500 ₹/क्विंटल | 19 Nov 2024 |
तिल | Rajkot | (Upleta) | 8000 से 9275 ₹/क्विंटल | 8 Nov 2024 |
तिल | Rajkot | गोंडल (Gondal) | 16755 से 16755 ₹/क्विंटल | 6 Nov 2024 |
तिल | Rajkot | गोंडल (Gondal) | 16505 से 16505 ₹/क्विंटल | 18 Sep 2024 |
तिल | Rajkot | (Upleta) | 13500 से 13750 ₹/क्विंटल | 14 Mar 2024 |
तिल | Rajkot | मोरबी (Morbi) | 13500 से 14240 ₹/क्विंटल | 13 Jan 2024 |
तिल | Rajkot | धोराजी (Dhoraji) | 7000 से 8530 ₹/क्विंटल | 9 Mar 2020 |
Notes*
- सभी मंडी भाव 100 किलोग्राम के हिसाब से हैं
- भाव में परिवर्तन हो सकता है।
- ये भाव केवल आज के मंडी बाजार की स्थिति को इंगित करती हैं
तिल एक पुष्पीय पौधा है। तिल के बीज से खाद्य तेल निकाला जाता है। तिल को विश्व का सबसे पहला तिलहन माना जाता है। इसकी खेती 5000 साल पहले शुरू हुई थी। भारत मे तिल दो प्रकार का होता है -सफेद और काला। हिन्दू धर्म मे तिल का बहुत महत्व है। पूजा में तिल के तेल का प्रयोग किया जाता है और पितरों के तर्पण में तिल का प्रयोग होता है। तिल की खेती साल में तीन बार की जा सकती है।तिल से कई प्रकार की मिठाई, गजक, लड्डू आदि बनाए जाते हैं। तिल में मिलने वाले तत्व विटामिन बी, कैल्शियम, लिनोलिक अम्ल और फास्फोरस पाया जाता है, जो स्वास्थ्य के लिए बहुत आवश्यक है। तिल कोलेस्ट्रोल घटाने में भी सहायक है। तिल के तेल को तेलों की रानी कहा जाता है। तिल के लिए शीतोष्ण जलवायु अच्छी रहती है। ज्यादा बरसात या सूखा पड़ने पर इसकी फसल सही नहीं होती है। इसके लिए हल्की दोमट मिट्टी अच्छी मानी जाती है। इसके अलावा इसे बलुई दोमट और काली मिट्टी में भी उगाया जा सकता है।
भारत में तिल की खेती - भारत के विभिन्न राज्यों में तिल की खेती की जाती है जैसे महाराष्ट्र,राजस्थान,पश्चिम बंगाल,आंध्र प्रदेश,गुजरात, तमिलनाडु, उत्तर प्रदेश,मध्य प्रदेश और तेलंगाना। तिल का सबसे अधिक उत्पादन उत्तर प्रदेश और बुंदेलखंड में किया जाता है।
तिल की उन्नत किस्मे – टी के जी 308, जवाहर तिल 306, जे टी यस 8, टी के जी 55, आर टी 46, आर टी 125 आदि तिल की कुछ उन्नत किस्मे है।
मंडी में सेब, केला,सरसों, गेहूँ, जौ आदि की बिक्री होती है। इस वेबसाइट के माध्यम से आप मंडी में भाव की ताज़ा अपडेट ले सकते हैं।