आज Sabarkantha जिले में तिल का मंडी भाव - सभी मंडियां



नमस्कार दोस्तों, मंडी भाव इंडिया में आपका स्वागत है। इस पेज पर आपको आज गुजरात राज्य के Sabarkantha जिले में तिल के मंडी भाव की जानकारी मिलेगी। हमारे यहाँ पर आप गुजरात की सभी बड़ी व छोटी मंडी में सभी प्रकार के फल, सब्ज़ी, एवं अनाज के भाव की जानकारी ले सकते हैं।

Sesame भाव

आज Sabarkantha जिले में तिल का मंडी भाव - सभी मंडियां

कमोडिटी ज़िला मंडी तिल भाव अप्डेट
तिल Sabarkantha हिमतनगर (Himatnagar) 7150 से 7500 ₹क्विंटल 13 Oct 2025
तिल Sabarkantha तलोड (Talod) 6500 से 8705 ₹क्विंटल 10 Oct 2025
तिल Sabarkantha हिमतनगर (Himatnagar) 10500 से 12000 ₹क्विंटल 23 Aug 2024
तिल Sabarkantha धनसुरा (Dhansura) 9000 से 9500 ₹क्विंटल 29 Dec 2021
तिल Sabarkantha भीलोड़ा (Bhiloda) 5000 से 6500 ₹क्विंटल 5 Jul 2021
तिल Sabarkantha मेघराज (Meghraj) 7000 से 8500 ₹क्विंटल 9 Jan 2020
तिल Sabarkantha मोडासा (Modasa) 7000 से 8780 ₹क्विंटल 25 Nov 2019
तिल Sabarkantha मोडासा (Modasa) 7000 से 8155 ₹क्विंटल 15 Dec 2017
तिल Sabarkantha धनसुरा (Dhansura) 6000 से 6200 ₹क्विंटल 6 Nov 2017
तिल Sabarkantha हिमतनगर (Himatnagar) 5250 से 5500 ₹क्विंटल 19 Sep 2017
तिल Sabarkantha इडर (Idar) 9000 से 9260 ₹क्विंटल 4 Feb 2015
तिल Sabarkantha (Malpur) 10000 से 10500 ₹क्विंटल 4 Feb 2014
तिल Sabarkantha टिंटोई (Tintoi) 6250 से 8750 ₹क्विंटल 11 Oct 2013
तिल Sabarkantha खेड़ब्रह्मा (Khedbrahma) 4750 से 4850 ₹क्विंटल 21 Jan 2011
तिल Sabarkantha (Bayad) 5500 से 6400 ₹क्विंटल 8 Jan 2010

Notes*

  • सभी मंडी भाव 100 किलोग्राम के हिसाब से हैं
  • भाव में परिवर्तन हो सकता है।
  • ये भाव केवल आज के मंडी बाजार की स्थिति को इंगित करती हैं

तिल एक पुष्पीय पौधा है। तिल के बीज से खाद्य तेल निकाला जाता है। तिल को विश्व का सबसे पहला तिलहन माना जाता है। इसकी खेती 5000 साल पहले शुरू हुई थी। भारत मे तिल दो प्रकार का होता है -सफेद और काला। हिन्दू धर्म मे तिल का बहुत महत्व है। पूजा में तिल के तेल का प्रयोग किया जाता है और पितरों के तर्पण में तिल का प्रयोग होता है। तिल की खेती साल में तीन बार की जा सकती है।तिल से कई प्रकार की मिठाई, गजक, लड्डू आदि बनाए जाते हैं। तिल में मिलने  वाले तत्व  विटामिन बी, कैल्शियम, लिनोलिक अम्ल और फास्फोरस पाया जाता है, जो स्वास्थ्य के लिए बहुत आवश्यक है। तिल कोलेस्ट्रोल घटाने में भी सहायक है। तिल के तेल को तेलों की रानी कहा जाता है। तिल के लिए शीतोष्ण जलवायु अच्छी रहती है। ज्यादा बरसात या सूखा पड़ने पर इसकी फसल सही नहीं होती है। इसके लिए हल्की दोमट मिट्टी अच्छी मानी जाती है। इसके अलावा इसे बलुई दोमट और काली मिट्टी में भी उगाया जा सकता है।

भारत में तिल की खेती - भारत के विभिन्न राज्यों में तिल की खेती की जाती है जैसे महाराष्ट्र,राजस्थान,पश्चिम बंगाल,आंध्र प्रदेश,गुजरात, तमिलनाडु, उत्तर प्रदेश,मध्य प्रदेश और तेलंगाना। तिल का सबसे अधिक उत्पादन उत्तर प्रदेश और बुंदेलखंड में किया जाता है।

तिल की उन्नत किस्मे – टी के जी 308, जवाहर तिल 306, जे टी यस 8, टी के जी 55, आर टी 46, आर टी 125 आदि तिल की कुछ उन्नत किस्मे है।

Sabarkantha जिले में तिल, हरी मिर्च, पत्ता गोभी, फूलगोभी, बैंगन, लौकी, भिंडी, टमाटर, करेला, चौलाई, हरी प्याज, हरी मेथी, ग्वार, गेहूं, चावल , मक्का, साबुत चना दाल, साबुत मूंग दाल, मूंगफली, ज्वार, बाजरा, काबुली चना, तिल, साबुत उरद दाल(काली दाल) , सोयाबीन, गवार बीज, कुल्थी दाल, साबुत अरहर दाल , धान, उड़द दाल, मूंगफली दाने, जौ , मूंगफली छिला दाना, मेथी के बीज, मोठ दाल, तारामीरा, केला, गुड़, सरसों, नारियल का बीज, इसबगोल, तंबाकू, सौंफ , अल्संदिकई, कपास, अरंडी का बीज (अन्डोली), जीरा, हरा छोला चना, , , , , , , , , , आदि की बिक्री होती है। इस वेबसाइट के माध्यम से आप Sabarkantha जिले में भाव की ताज़ा अपडेट ले सकते हैं।