आज Gadag जिले में तिल का मंडी भाव - सभी मंडियां



नमस्कार दोस्तों, मंडी भाव इंडिया में आपका स्वागत है। इस पेज पर आपको आज कर्नाटक राज्य के Gadag जिले में तिल के मंडी भाव की जानकारी मिलेगी। हमारे यहाँ पर आप कर्नाटक की सभी बड़ी व छोटी मंडी में सभी प्रकार के फल, सब्ज़ी, एवं अनाज के भाव की जानकारी ले सकते हैं।

Sesame भाव

आज Gadag जिले में तिल का मंडी भाव - सभी मंडियां

कमोडिटी ज़िला मंडी तिल भाव अप्डेट
तिल Gadag (Gadag) 4044 से 6424 ₹क्विंटल 3 Feb 2025
तिल Gadag (Gadag) 6044 से 6044 ₹क्विंटल 30 Jan 2025
तिल Gadag (Gadag) 7269 से 7269 ₹क्विंटल 12 Dec 2024
तिल Gadag (Laxmeshwar) 11565 से 12065 ₹क्विंटल 19 Nov 2024
तिल Gadag (Mundaragi) 6250 से 6250 ₹क्विंटल 24 Sep 2018
तिल Gadag (Gadag) 3205 से 3205 ₹क्विंटल 5 Mar 2016
तिल Gadag (Laxmeshwar) 7819 से 7819 ₹क्विंटल 29 Dec 2014
तिल Gadag (Mundaragi) 2596 से 3977 ₹क्विंटल 13 Dec 2014
तिल Gadag (Gadag) 5569 से 7424 ₹क्विंटल 29 Oct 2014
तिल Gadag (Gadag) 8500 से 8500 ₹क्विंटल 19 Apr 2014
तिल Gadag (Gadag) 2375 से 8909 ₹क्विंटल 24 Oct 2013
तिल Gadag (Laxmeshwar) 4090 से 8708 ₹क्विंटल 24 Oct 2013
तिल Gadag (Laxmeshwar) 6074 से 6074 ₹क्विंटल 2 May 2013
तिल Gadag (Laxmeshwar) 4651 से 5189 ₹क्विंटल 28 Oct 2009
तिल Gadag (Rona) 1625 से 1801 ₹क्विंटल 22 Dec 2007
तिल Gadag (Mundaragi) 2727 से 2801 ₹क्विंटल 6 Oct 2007

Gadag जिले के अन्य मंडी भाव


Notes*

  • सभी मंडी भाव 100 किलोग्राम के हिसाब से हैं
  • भाव में परिवर्तन हो सकता है।
  • ये भाव केवल आज के मंडी बाजार की स्थिति को इंगित करती हैं

तिल एक पुष्पीय पौधा है। तिल के बीज से खाद्य तेल निकाला जाता है। तिल को विश्व का सबसे पहला तिलहन माना जाता है। इसकी खेती 5000 साल पहले शुरू हुई थी। भारत मे तिल दो प्रकार का होता है -सफेद और काला। हिन्दू धर्म मे तिल का बहुत महत्व है। पूजा में तिल के तेल का प्रयोग किया जाता है और पितरों के तर्पण में तिल का प्रयोग होता है। तिल की खेती साल में तीन बार की जा सकती है।तिल से कई प्रकार की मिठाई, गजक, लड्डू आदि बनाए जाते हैं। तिल में मिलने  वाले तत्व  विटामिन बी, कैल्शियम, लिनोलिक अम्ल और फास्फोरस पाया जाता है, जो स्वास्थ्य के लिए बहुत आवश्यक है। तिल कोलेस्ट्रोल घटाने में भी सहायक है। तिल के तेल को तेलों की रानी कहा जाता है। तिल के लिए शीतोष्ण जलवायु अच्छी रहती है। ज्यादा बरसात या सूखा पड़ने पर इसकी फसल सही नहीं होती है। इसके लिए हल्की दोमट मिट्टी अच्छी मानी जाती है। इसके अलावा इसे बलुई दोमट और काली मिट्टी में भी उगाया जा सकता है।

भारत में तिल की खेती - भारत के विभिन्न राज्यों में तिल की खेती की जाती है जैसे महाराष्ट्र,राजस्थान,पश्चिम बंगाल,आंध्र प्रदेश,गुजरात, तमिलनाडु, उत्तर प्रदेश,मध्य प्रदेश और तेलंगाना। तिल का सबसे अधिक उत्पादन उत्तर प्रदेश और बुंदेलखंड में किया जाता है।

तिल की उन्नत किस्मे – टी के जी 308, जवाहर तिल 306, जे टी यस 8, टी के जी 55, आर टी 46, आर टी 125 आदि तिल की कुछ उन्नत किस्मे है।

Gadag जिले में तिल, आलू, गाजर, हरी मिर्च, पत्ता गोभी, फूलगोभी, बैंगन, लौकी, भिंडी, चुकंदर, मूली, तुरई, टमाटर, खीरा, करेला, शकरकंद, पत्तेदार सब्जी, हरी मटर, , ग्रीन अवारे, प्याज, हरा धनिया, हरी मेथी, हरी बिन्स फली, सहजन फली, गेहूं, चावल , मक्का, साबुत चना दाल, साबुत मूंग दाल, अरहर दाल (तूर दाल), मूंगफली, ज्वार, बाजरा, तिल, साबुत उरद दाल(काली दाल) , सोयाबीन, कुल्थी दाल, साबुत अरहर दाल , धान, अवारे दाल, चना दाल, मूंग दाल (बिना धूलि), मूंगफली दाने, अलसी के बीज, लोबिया , मिल्लेट्स, कँगनी, बजड़ी, मोठ दाल, काला लम्बा तील, चीकू, अमरूद, मोसम्बी, अनार, केला, संतरा, अनानास, अंगूर, खरबूजा, आम, कटहल, भैंस, कुसुम, सूखी मिर्च, लहसुन, गुड़, सरसों, रागी, सूरजमुखी, काजू, चीनी, नीम की पत्तियां, इमली का फल, नीम का बीज, सवी, गीली अदरक, कपास, अरंडी का बीज (अन्डोली), जीरा, धनिये के बीज, , , , आदि की बिक्री होती है। इस वेबसाइट के माध्यम से आप Gadag जिले में भाव की ताज़ा अपडेट ले सकते हैं।