आज Mysore जिले में तिल का मंडी भाव - सभी मंडियां



नमस्कार दोस्तों, मंडी भाव इंडिया में आपका स्वागत है। इस पेज पर आपको आज कर्नाटक राज्य के Mysore जिले में तिल के मंडी भाव की जानकारी मिलेगी। हमारे यहाँ पर आप कर्नाटक की सभी बड़ी व छोटी मंडी में सभी प्रकार के फल, सब्ज़ी, एवं अनाज के भाव की जानकारी ले सकते हैं।

Sesame भाव

आज Mysore जिले में तिल का मंडी भाव - सभी मंडियां

कमोडिटी ज़िला मंडी तिल भाव अप्डेट
तिल Mysore (K.R.Nagar) 5010 से 5010 ₹क्विंटल 31 Aug 2017
तिल Mysore (Nanjangud) 5400 से 5400 ₹क्विंटल 23 Apr 2016
तिल Mysore (Mysore (Bandipalya)) 4719 से 4719 ₹क्विंटल 26 Feb 2016
तिल Mysore (Santhesargur) 5100 से 5100 ₹क्विंटल 20 Feb 2016
तिल Mysore (T. Narasipura) 5600 से 5600 ₹क्विंटल 31 Aug 2015
तिल Mysore (Mysore (Bandipalya)) 6000 से 7677 ₹क्विंटल 28 Jan 2015
तिल Mysore (Mysore (Bandipalya)) 7779 से 8730 ₹क्विंटल 29 Sep 2014
तिल Mysore (K.R.Nagar) 8800 से 8800 ₹क्विंटल 11 Sep 2014
तिल Mysore (T. Narasipura) 7500 से 9000 ₹क्विंटल 16 Aug 2014
तिल Mysore (Mysore (Bandipalya)) 7776 से 9036 ₹क्विंटल 23 Oct 2013
तिल Mysore (Santhesargur) 7916 से 7916 ₹क्विंटल 16 Sep 2013
तिल Mysore (Hunsur) 3600 से 3600 ₹क्विंटल 16 Aug 2010
तिल Mysore (Hunsur) 3500 से 3500 ₹क्विंटल 6 Aug 2010
तिल Mysore (Hunsur) 2700 से 2700 ₹क्विंटल 28 Oct 2007
तिल Mysore (Mysore (Bandipalya)) 2545 से 2613 ₹क्विंटल 2 Sep 2002

Mysore जिले के अन्य मंडी भाव


Notes*

  • सभी मंडी भाव 100 किलोग्राम के हिसाब से हैं
  • भाव में परिवर्तन हो सकता है।
  • ये भाव केवल आज के मंडी बाजार की स्थिति को इंगित करती हैं

तिल एक पुष्पीय पौधा है। तिल के बीज से खाद्य तेल निकाला जाता है। तिल को विश्व का सबसे पहला तिलहन माना जाता है। इसकी खेती 5000 साल पहले शुरू हुई थी। भारत मे तिल दो प्रकार का होता है -सफेद और काला। हिन्दू धर्म मे तिल का बहुत महत्व है। पूजा में तिल के तेल का प्रयोग किया जाता है और पितरों के तर्पण में तिल का प्रयोग होता है। तिल की खेती साल में तीन बार की जा सकती है।तिल से कई प्रकार की मिठाई, गजक, लड्डू आदि बनाए जाते हैं। तिल में मिलने  वाले तत्व  विटामिन बी, कैल्शियम, लिनोलिक अम्ल और फास्फोरस पाया जाता है, जो स्वास्थ्य के लिए बहुत आवश्यक है। तिल कोलेस्ट्रोल घटाने में भी सहायक है। तिल के तेल को तेलों की रानी कहा जाता है। तिल के लिए शीतोष्ण जलवायु अच्छी रहती है। ज्यादा बरसात या सूखा पड़ने पर इसकी फसल सही नहीं होती है। इसके लिए हल्की दोमट मिट्टी अच्छी मानी जाती है। इसके अलावा इसे बलुई दोमट और काली मिट्टी में भी उगाया जा सकता है।

भारत में तिल की खेती - भारत के विभिन्न राज्यों में तिल की खेती की जाती है जैसे महाराष्ट्र,राजस्थान,पश्चिम बंगाल,आंध्र प्रदेश,गुजरात, तमिलनाडु, उत्तर प्रदेश,मध्य प्रदेश और तेलंगाना। तिल का सबसे अधिक उत्पादन उत्तर प्रदेश और बुंदेलखंड में किया जाता है।

तिल की उन्नत किस्मे – टी के जी 308, जवाहर तिल 306, जे टी यस 8, टी के जी 55, आर टी 46, आर टी 125 आदि तिल की कुछ उन्नत किस्मे है।

Mysore जिले में तिल, आलू, गाजर, हरी मिर्च, पत्ता गोभी, फूलगोभी, बैंगन, लौकी, भिंडी, चुकंदर, मूली, तुरई, टमाटर, गँवार फली, खीरा, करेला, शकरकंद, हरी मटर, , हरीफली(बंच बीन्स), शिमला मिर्च, ग्रीन अवारे, परमल, पेठा (मिठाई वाला), कच्चा आम, डस्टर बीन्स, मीठा कद्दू, सुवर्णा गड्डे, सफेद कद्दू, प्याज, शिमला मिर्च, हरा धनिया, लोबिया, हरी बिन्स फली, हरा केला, सहजन फली, चिचिड़ा, गेहूं, चावल , मक्का, साबुत चना दाल, साबुत मूंग दाल, अरहर दाल (तूर दाल), मूंगफली, ज्वार, तिल, साबुत उरद दाल(काली दाल) , सोयाबीन, कुल्थी दाल, साबुत अरहर दाल , धान, अवारे दाल, चना दाल, उड़द दाल, मूंग दाल (बिना धूलि), मूंगफली दाने, मेथी के बीज, लोबिया , रामतिल, कँगनी, सेब, चीकू, अमरूद, मोसम्बी, अनार, केला, संतरा, तरबूज, पपीता, अनानास, अंगूर, खरबूजा, चयोटे, आम, कटहल, सीताफल , कच्चा नारियल, नाशपाती, बकरा, बैल, गाय, भैंस, भेड़, बकरी, गेंदा के फूल (मैरीगोल्ड), अदरक (सूखी), सूखी मिर्च, लहसुन, गुड़, सरसों, रागी, हल्दी, सूरजमुखी, काली मिर्च, नारियल का बीज, खोपरा, महुआ बीज, लाल मिर्च , लकड़ी, जलाने वाली लकड़ी , चूना, इमली का फल, टी वी कंबु, इमली के बीज, नीम का बीज, अल्संदिकई, थोग्रिकई, सुपारी, गीली अदरक, नारियल, कपास, अरंडी का बीज (अन्डोली), धनिये के बीज, , , , , , , , , , , , , , , , , , , , , आदि की बिक्री होती है। इस वेबसाइट के माध्यम से आप Mysore जिले में भाव की ताज़ा अपडेट ले सकते हैं।