आज Sehore जिले में तिल का मंडी भाव - सभी मंडियां
नमस्कार दोस्तों, मंडी भाव इंडिया में आपका स्वागत है। इस पेज पर आपको आज मध्य प्रदेश राज्य के Sehore जिले में तिल के मंडी भाव की जानकारी मिलेगी। हमारे यहाँ पर आप मध्य प्रदेश की सभी बड़ी व छोटी मंडी में सभी प्रकार के फल, सब्ज़ी, एवं अनाज के भाव की जानकारी ले सकते हैं।
आज Sehore जिले में तिल का मंडी भाव - सभी मंडियां
| कमोडिटी | ज़िला | मंडी | तिल भाव | अप्डेट |
|---|---|---|---|---|
| तिल | Sehore | रहती (Rehti) | 8700 से 8900 ₹क्विंटल | 28 Jan 2022 |
| तिल | Sehore | नसरुल्लागंज (Nasrullaganj) | 4500 से 4500 ₹क्विंटल | 30 Jan 2009 |
| तिल | Sehore | सीहोर (Sehore) | 4500 से 4500 ₹क्विंटल | 30 Jan 2009 |
| तिल | Sehore | श्यामपुर (Shyampur) | 4500 से 4500 ₹क्विंटल | 30 Jan 2009 |
| तिल | Sehore | आष्टा (Ashta) | 4500 से 4500 ₹क्विंटल | 30 Jan 2009 |
Notes*
- सभी मंडी भाव 100 किलोग्राम के हिसाब से हैं
- भाव में परिवर्तन हो सकता है।
- ये भाव केवल आज के मंडी बाजार की स्थिति को इंगित करती हैं
तिल एक पुष्पीय पौधा है। तिल के बीज से खाद्य तेल निकाला जाता है। तिल को विश्व का सबसे पहला तिलहन माना जाता है। इसकी खेती 5000 साल पहले शुरू हुई थी। भारत मे तिल दो प्रकार का होता है -सफेद और काला। हिन्दू धर्म मे तिल का बहुत महत्व है। पूजा में तिल के तेल का प्रयोग किया जाता है और पितरों के तर्पण में तिल का प्रयोग होता है। तिल की खेती साल में तीन बार की जा सकती है।तिल से कई प्रकार की मिठाई, गजक, लड्डू आदि बनाए जाते हैं। तिल में मिलने वाले तत्व विटामिन बी, कैल्शियम, लिनोलिक अम्ल और फास्फोरस पाया जाता है, जो स्वास्थ्य के लिए बहुत आवश्यक है। तिल कोलेस्ट्रोल घटाने में भी सहायक है। तिल के तेल को तेलों की रानी कहा जाता है। तिल के लिए शीतोष्ण जलवायु अच्छी रहती है। ज्यादा बरसात या सूखा पड़ने पर इसकी फसल सही नहीं होती है। इसके लिए हल्की दोमट मिट्टी अच्छी मानी जाती है। इसके अलावा इसे बलुई दोमट और काली मिट्टी में भी उगाया जा सकता है।
भारत में तिल की खेती - भारत के विभिन्न राज्यों में तिल की खेती की जाती है जैसे महाराष्ट्र,राजस्थान,पश्चिम बंगाल,आंध्र प्रदेश,गुजरात, तमिलनाडु, उत्तर प्रदेश,मध्य प्रदेश और तेलंगाना। तिल का सबसे अधिक उत्पादन उत्तर प्रदेश और बुंदेलखंड में किया जाता है।
तिल की उन्नत किस्मे – टी के जी 308, जवाहर तिल 306, जे टी यस 8, टी के जी 55, आर टी 46, आर टी 125 आदि तिल की कुछ उन्नत किस्मे है।
Sehore जिले में तिल, आलू, हरी मिर्च, पत्ता गोभी, बैंगन, लौकी, टमाटर, पालक, हरी मटर, , हरीफली(बंच बीन्स), चौलाई, आंवला, , प्याज, हरा धनिया, हरी मेथी, गेहूं, चावल , मक्का, साबुत चना दाल, साबुत मसूर दाल, साबुत मूंग दाल, अरहर दाल (तूर दाल), मसूर दाल, सूखी मटर, मूंगफली, ज्वार, बाजरा, काबुली चना, तिल, साबुत उरद दाल(काली दाल) , सोयाबीन, कुल्थी दाल, साबुत अरहर दाल , धान, उड़द दाल, मूंग दाल (बिना धूलि), मूंगफली दाने, जौ , अलसी के बीज, मेथी के बीज, मोठ दाल, महुआ, कुसुम, लहसुन, गुड़, सरसों, रागी, सूरजमुखी, लाल मिर्च , तंबाकू, राजगीर, इमली का फल, अजवाइन, महुआ बीज, सवी, कपास, अरंडी का बीज (अन्डोली), धनिये के बीज, , , , , , , , , , , , , , , , , , आदि की बिक्री होती है। इस वेबसाइट के माध्यम से आप Sehore जिले में भाव की ताज़ा अपडेट ले सकते हैं।