आज Nagpur जिले में तिल का मंडी भाव - सभी मंडियां
नमस्कार दोस्तों, मंडी भाव इंडिया में आपका स्वागत है। इस पेज पर आपको आज महाराष्ट्र राज्य के Nagpur जिले में तिल के मंडी भाव की जानकारी मिलेगी। हमारे यहाँ पर आप महाराष्ट्र की सभी बड़ी व छोटी मंडी में सभी प्रकार के फल, सब्ज़ी, एवं अनाज के भाव की जानकारी ले सकते हैं।
ताज़ा जानकारी के अनुसार, महाराष्ट्र राज्य के Nagpur जिले की मंडियो में तिल का औसतन भाव ₹8,800 /क्विंटल हैं। पिछले एक सप्ताह में सबसे कम भाव नागपूर मंडी में ₹8,800 /क्विंटल रहा, जबकि सबसे अधिक भाव नागपूर मंडी में ₹9,000 /क्विंटल रहा। मंडी भाव इंडिया पर महाराष्ट्र राज्य के Nagpur जिले की 6 मंडियो के तिल के भाव दिए गये है।
ये डाटा आख़िरी बार 4 Dec 2025 को अपडेट किया गया है।
आज Nagpur जिले में तिल का मंडी भाव - सभी मंडियां
| कमोडिटी | ज़िला | मंडी | तिल भाव | अप्डेट |
|---|---|---|---|---|
| तिल | Nagpur | नागपूर (Nagpur) | 8800 से 9000 ₹क्विंटल | 4 Dec 2025 |
| तिल | Nagpur | नागपूर (Nagpur) | 10000 से 10500 ₹क्विंटल | 30 Jan 2025 |
| तिल | Nagpur | उमरेड (Umred) | 6010 से 6010 ₹क्विंटल | 28 Jul 2022 |
| तिल | Nagpur | सावनेर (Saoner) | 2800 से 2800 ₹क्विंटल | 5 Dec 2009 |
| तिल | Nagpur | भिवापूर (Bhiwapur) | 6000 से 6000 ₹क्विंटल | 3 Apr 2008 |
| तिल | Nagpur | काटोल (Katol) | 2660 से 2681 ₹क्विंटल | 14 Jan 2005 |
Notes*
- सभी मंडी भाव 100 किलोग्राम के हिसाब से हैं
- भाव में परिवर्तन हो सकता है।
- ये भाव केवल आज के मंडी बाजार की स्थिति को इंगित करती हैं
तिल एक पुष्पीय पौधा है। तिल के बीज से खाद्य तेल निकाला जाता है। तिल को विश्व का सबसे पहला तिलहन माना जाता है। इसकी खेती 5000 साल पहले शुरू हुई थी। भारत मे तिल दो प्रकार का होता है -सफेद और काला। हिन्दू धर्म मे तिल का बहुत महत्व है। पूजा में तिल के तेल का प्रयोग किया जाता है और पितरों के तर्पण में तिल का प्रयोग होता है। तिल की खेती साल में तीन बार की जा सकती है।तिल से कई प्रकार की मिठाई, गजक, लड्डू आदि बनाए जाते हैं। तिल में मिलने वाले तत्व विटामिन बी, कैल्शियम, लिनोलिक अम्ल और फास्फोरस पाया जाता है, जो स्वास्थ्य के लिए बहुत आवश्यक है। तिल कोलेस्ट्रोल घटाने में भी सहायक है। तिल के तेल को तेलों की रानी कहा जाता है। तिल के लिए शीतोष्ण जलवायु अच्छी रहती है। ज्यादा बरसात या सूखा पड़ने पर इसकी फसल सही नहीं होती है। इसके लिए हल्की दोमट मिट्टी अच्छी मानी जाती है। इसके अलावा इसे बलुई दोमट और काली मिट्टी में भी उगाया जा सकता है।
भारत में तिल की खेती - भारत के विभिन्न राज्यों में तिल की खेती की जाती है जैसे महाराष्ट्र,राजस्थान,पश्चिम बंगाल,आंध्र प्रदेश,गुजरात, तमिलनाडु, उत्तर प्रदेश,मध्य प्रदेश और तेलंगाना। तिल का सबसे अधिक उत्पादन उत्तर प्रदेश और बुंदेलखंड में किया जाता है।
तिल की उन्नत किस्मे – टी के जी 308, जवाहर तिल 306, जे टी यस 8, टी के जी 55, आर टी 46, आर टी 125 आदि तिल की कुछ उन्नत किस्मे है।
Nagpur जिले में तिल, आलू, गाजर, हरी मिर्च, पत्ता गोभी, फूलगोभी, बैंगन, लौकी, भिंडी, चुकंदर, मूली, तुरई, टमाटर, खीरा, करेला, शकरकंद, पालक, पत्तेदार सब्जी, हरी मटर, शिमला मिर्च, कच्चा आम, आंवला, मीठा कद्दू, चायोट, प्याज, हरी प्याज, हरा धनिया, हरी मेथी, हरा केला, सहजन फली, फ्रेंच बीन्स, कुंदरू, परवल, कद्दू, चिचिड़ा, सूरत बीन्स (पापड़ी), ग्वार, गेहूं, चावल , मक्का, साबुत चना दाल, साबुत मसूर दाल, साबुत मूंग दाल, गिली मटर, मूंगफली, ज्वार, बाजरा, तिल, साबुत उरद दाल(काली दाल) , सोयाबीन, मूंगफली की फली (कच्ची), साबुत अरहर दाल , धान, अलसी के बीज, मेथी के बीज, रामतिल, सेब, चीकू, अमरूद, मोसम्बी, अनार, केला, संतरा, तरबूज, पपीता, अनानास, अंगूर, खरबूजा, आम, कटहल, सीताफल , बकरा, बैल, गाय, भैंस, गेंदा के फूल (मैरीगोल्ड), कुसुम, अदरक (सूखी), लहसुन, गुड़, सरसों, सूरजमुखी, महुआ बीज, लाल मिर्च , तंबाकू, चूना, पुदीना, राजगीर, इमली का फल, इलायची, इमली के बीज, गुलदाउदी, सुपारी, गीली अदरक, कपास, अरंडी का बीज (अन्डोली), धनिये के बीज, , , , , गन्ना, , , , , , , , , , आदि की बिक्री होती है। इस वेबसाइट के माध्यम से आप Nagpur जिले में भाव की ताज़ा अपडेट ले सकते हैं।