आज श्रीगंगानगर जिले में तिल का मंडी भाव - सभी मंडियां
नमस्कार दोस्तों, मंडी भाव इंडिया में आपका स्वागत है। इस पेज पर आपको आज राजस्थान राज्य के श्रीगंगानगर जिले में तिल के मंडी भाव की जानकारी मिलेगी। हमारे यहाँ पर आप राजस्थान की सभी बड़ी व छोटी मंडी में सभी प्रकार के फल, सब्ज़ी, एवं अनाज के भाव की जानकारी ले सकते हैं।
आज श्रीगंगानगर जिले में तिल का मंडी भाव - सभी मंडियां
| कमोडिटी | ज़िला | मंडी | तिल भाव | अप्डेट |
|---|---|---|---|---|
| तिल | श्रीगंगानगर | लालगढ़ जाटानं (Lalgarh Jatan) | 9000 से 9000 ₹क्विंटल | 30 May 2024 |
| तिल | श्रीगंगानगर | श्री विजयनगर (Sri Vijaynagar) | 13300 से 13300 ₹क्विंटल | 23 Jan 2024 |
| तिल | श्रीगंगानगर | सादुल शहर (Sadul Shahar) | 16551 से 16551 ₹क्विंटल | 7 Dec 2023 |
| तिल | श्रीगंगानगर | जैतसर (Jaitsar) | 3681 से 3681 ₹क्विंटल | 9 May 2019 |
| तिल | श्रीगंगानगर | रावला (Rawla) | 10200 से 10200 ₹क्विंटल | 27 Mar 2019 |
| तिल | श्रीगंगानगर | घड़साना (Gharsana) | 5591 से 5695 ₹क्विंटल | 1 Jan 2016 |
| तिल | श्रीगंगानगर | लालगढ़ जाटानं (Lalgarh Jatan) | 2851 से 3051 ₹क्विंटल | 5 May 2014 |
| तिल | श्रीगंगानगर | जैतसर (Jaitsar) | 4801 से 4801 ₹क्विंटल | 15 Nov 2011 |
| तिल | श्रीगंगानगर | रायसिंह नगर (Raisingh Nagar) | 892 से 893 ₹क्विंटल | 21 Mar 2011 |
| तिल | श्रीगंगानगर | पदमपुर (Padampur) | 5000 से 5500 ₹क्विंटल | 13 Mar 2010 |
| तिल | श्रीगंगानगर | गजसिंहपुर (Gajsinghpur) | 2720 से 2720 ₹क्विंटल | 21 Feb 2007 |
Notes*
- सभी मंडी भाव 100 किलोग्राम के हिसाब से हैं
- भाव में परिवर्तन हो सकता है।
- ये भाव केवल आज के मंडी बाजार की स्थिति को इंगित करती हैं
तिल एक पुष्पीय पौधा है। तिल के बीज से खाद्य तेल निकाला जाता है। तिल को विश्व का सबसे पहला तिलहन माना जाता है। इसकी खेती 5000 साल पहले शुरू हुई थी। भारत मे तिल दो प्रकार का होता है -सफेद और काला। हिन्दू धर्म मे तिल का बहुत महत्व है। पूजा में तिल के तेल का प्रयोग किया जाता है और पितरों के तर्पण में तिल का प्रयोग होता है। तिल की खेती साल में तीन बार की जा सकती है।तिल से कई प्रकार की मिठाई, गजक, लड्डू आदि बनाए जाते हैं। तिल में मिलने वाले तत्व विटामिन बी, कैल्शियम, लिनोलिक अम्ल और फास्फोरस पाया जाता है, जो स्वास्थ्य के लिए बहुत आवश्यक है। तिल कोलेस्ट्रोल घटाने में भी सहायक है। तिल के तेल को तेलों की रानी कहा जाता है। तिल के लिए शीतोष्ण जलवायु अच्छी रहती है। ज्यादा बरसात या सूखा पड़ने पर इसकी फसल सही नहीं होती है। इसके लिए हल्की दोमट मिट्टी अच्छी मानी जाती है। इसके अलावा इसे बलुई दोमट और काली मिट्टी में भी उगाया जा सकता है।
भारत में तिल की खेती - भारत के विभिन्न राज्यों में तिल की खेती की जाती है जैसे महाराष्ट्र,राजस्थान,पश्चिम बंगाल,आंध्र प्रदेश,गुजरात, तमिलनाडु, उत्तर प्रदेश,मध्य प्रदेश और तेलंगाना। तिल का सबसे अधिक उत्पादन उत्तर प्रदेश और बुंदेलखंड में किया जाता है।
तिल की उन्नत किस्मे – टी के जी 308, जवाहर तिल 306, जे टी यस 8, टी के जी 55, आर टी 46, आर टी 125 आदि तिल की कुछ उन्नत किस्मे है।
श्रीगंगानगर जिले में तिल, आलू, गाजर, हरी मिर्च, पत्ता गोभी, फूलगोभी, बैंगन, भिंडी, मूली, टमाटर, खीरा, करेला, हरी मटर, टिंडा, मटर दाना, प्याज, शिमला मिर्च, कद्दू, ग्वार, गेहूं, चावल , मक्का, साबुत चना दाल, साबुत मसूर दाल, साबुत मूंग दाल, अरहर दाल (तूर दाल), गिली मटर, मूंगफली, बाजरा, काबुली चना, तिल, साबुत उरद दाल(काली दाल) , गवार बीज, साबुत अरहर दाल , धान, चना दाल, उड़द दाल, मूंग दाल (बिना धूलि), जौ , मेथी के बीज, मोठ दाल, तारामीरा, सेब, चीकू, अमरूद, अनार, केला, संतरा, तरबूज, पपीता, अनानास, अंगूर, खरबूजा, आम, किन्नू, लहसुन, गुड़, सरसों, चूना, तिली तेल, कपास, अरंडी का बीज (अन्डोली), , , , , , , , , , , आदि की बिक्री होती है। इस वेबसाइट के माध्यम से आप श्रीगंगानगर जिले में भाव की ताज़ा अपडेट ले सकते हैं।